भावनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को गुजरात के दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने भावनगर में आयोजित एक विशाल जनसभा को संबोधित किया और राज्यवासियों को कई विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इस दौरान पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि भारत का सबसे बड़ा दुश्मन बाहरी आक्रमणकारी नहीं, बल्कि विदेशी निर्भरता है।
मोदी ने अपने भाषण में कहा, “आज भारत ‘विश्वबंधु’ की भावना के साथ आगे बढ़ रहा है। दुनिया में हमारा कोई बड़ा दुश्मन नहीं है। हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता। जब तक हम इस दुश्मन को हराकर आत्मनिर्भर नहीं बनेंगे, तब तक न तो हमारा स्वाभिमान सुरक्षित रहेगा और न ही आने वाली पीढ़ियों का भविष्य।”
उन्होंने आगे कहा कि विदेशी निर्भरता बढ़ने का मतलब है असफलता को न्योता देना। पीएम मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “सौ दुखों की एक ही दवा है – आत्मनिर्भर भारत।”
ट्रंप के नए एच-1बी नियमों के बीच मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री का यह दौरा उस समय हुआ है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एच-1बी वीज़ा के लिए नए नियम लागू किए हैं। नए नियमों के तहत अब किसी भी आवेदक को एच-1बी वीज़ा पाने के लिए लगभग 1,00,000 डॉलर आवेदन शुल्क देना होगा। यह राशि कथित तौर पर एक नए एच-1बी वीज़ा धारक के औसत वार्षिक वेतन से भी अधिक है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम का सीधा असर भारत के लाखों आईटी पेशेवरों पर पड़ेगा, जो हर साल बड़ी संख्या में अमेरिका का रुख करते हैं। इस पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री मोदी का “आत्मनिर्भर भारत” पर ज़ोर देना बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
आने वाली पीढ़ियों को दांव पर नहीं लगाया जा सकता: पीएम
मोदी ने रैली में यह भी कहा कि भारत अपने विकास को दूसरों पर नहीं छोड़ सकता। उन्होंने कहा, “अगर हम दूसरों पर निर्भर रहेंगे तो हमारे स्वाभिमान को ठेस पहुँचेगी। हम 1.4 अरब भारतीयों का भविष्य दूसरों पर दांव पर नहीं लगा सकते। आने वाली पीढ़ियों के लिए हमें आत्मनिर्भर बनना ही होगा।”
गुजरात के दौरे पर पीएम मोदी ने कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। केंद्र सरकार का कहना है कि इन परियोजनाओं से स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलेगा और प्रदेश के विकास को गति मिलेगी।
‘दूसरे देशों पर निर्भरता हमारा सबसे बड़ा दुश्मन’, ट्रंप के H-1B वीजा नियम के बीच पीएम मोदी का बड़ा बयान










