लातेहार :- मनिका प्रखंड के कोपे पंचायत में इन दिनों मनरेगा योजना में बिचौलियों को लूट की छूट मिली हुई है। कोपे पंचायत की उप मुखिया शीला देवी ने बताया कि हमारे पंचायत के मुखिया विनीता देवी पति सुदेश्वर सिंह के दो बिचौलिया हैं जिनका नाम रवीना बीवी और सोहन सिंह है और हमारे पंचायत क्षेत्र में इनके इशारे से ही सारी योजनाओं की एंट्री होती है उन्होंने बताया कि हाल में सरकार द्वारा प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायतों में 25 टीसीबी योजना का लाभ देना है जिसमें से हर एक गांव को पांच योजना मिली है लेकिन कोपे पंचायत में 72 टीसीबी योजनाओं की एंट्री की गई है।
उप मुखिया ने बताया कि हम लोगों के नाम से किसी भी योजना की एंट्री नहीं की गई है जिस पर बीपीओ से बात करने से मनरेगा बीपीओ अपना मनमानी तरीके से योजनाओं की एंट्री करते हैं अगर इनसे इस पर पूछा जाए तो अपना अफसरशाही दिखा रहे हैं। उप मुखिया ने बताया कि अभी सरकार द्वारा संचालित कूप निर्माण योजनाओं की एंट्री के लिए हम लोगों से मुखिया पति सुदेश्वर सिंह के द्वारा ₹20000 की मांग की जा रही है सुरेश्वर सिंह का कहना है कि ₹20000 में बीडीओ समेत अन्य का भी हिस्सा है सभी को पैसे देने पड़ते हैं पैसे देने के बाद ही उन्हें कूप निर्माण योजना का लाभ दिया जाएगा। जिसे लेकर दिन शनिवार को उप मुखिया शीला देवी वार्ड सदस्य राजमती देवी रीना देवी नेमी देवी ने प्रखंड कार्यालय मनिका पहुंचकर बीपीओ ऑफिस का घेराव कर लिया और मनरेगा योजना में गड़बड़ी करने के खिलाफ बीपीओ के साथ हाथापाई पर उतर आए बीपीओ अपना बचाव करते हुए कंप्यूटर रूम में जाकर छुप गया। जिसके बाद मनिका पुलिस के आने के बाद भीड़ को ब्लॉक परिसर से बाहर निकाला गया। वही प्रखंड विकास पदाधिकारी ग्रामीणों के आक्रोशित देखते हुए मौका देखकर अपने चेंबर से भागना पड़ा।
इस मामले से संबंधित जानकारी लेने के लिए जब प्रखंड विकास पदाधिकारी वीरेंद्र किंडो को फोन किया गया तो उन्होंने बात करते हुए कहा कि आप मेरे आवास पर आकर मुझसे मिलिए। ज्ञात हो कि पूर्व में भी बीडीओ विरेंद्र किंडो के कार्यकाल में मनरेगा योजना में भारी लापरवाही बरते हुए टीसीबी योजना की एंट्री में गड़बड़ी की गई थी जिसके विरोध मामला प्रकाश में आने के बाद जिला प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए सनलिप्त अधिकारियों के ऊपर कारवाई कर योजनाओं को रद्द करा दी थी।
रिपोर्टर नागेंद्र यादव