गढ़वा: भवनाथपुर प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलपहाड़ी में कार्यरत शिक्षक बबन सिंह और धीरेंद्र पाल पर इसी विद्यालय के कक्षा दो के छात्र से छुट्टी के बाद 2:30 बजे सिर व पैर दबवाने का मामला बीते दिनों जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त शेखर जमुआर के संज्ञान में आया था। मामला संज्ञान में आने के बाद उपायुक्त द्वारा प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, भवनाथपुर से इसकी विधिवत जाँच कराई गई। जाँच के समय आरोपी शिक्षक श्री धीरेंद्र पाल आकस्मिक अवकाश पर जबकि श्री बबन सिंह अनुपस्थित पाए गये। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक एखलाख अंसारी सहित अन्य शिक्षक एवं विद्यालय के बच्चों से पूछताछ, जाँचोपरांत प्रतिवेदित किया गया है कि दोनों शिक्षक प्रायः शराब का सेवन कर विद्यालय आते हैं, इनलोगों के द्वारा पठन-पाठन कार्य में रूचि नहीं लिया जाता है। पढ़ाई के समय कुछ बच्चे विद्यालय से बाहर निकलकर घूमते रहते हैं, इनके प्रभारी प्रधानाध्यापक एखलाख अंसारी के द्वारा विद्यालय संचालन में कोई रूचि नहीं ली जाती है और न ही इनके द्वारा कक्षा में जाकर बच्चों से कुछ पूछताछ किया जाता है। इस प्रकार की घटना में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक एखलाख अंसारी की भी संलिप्तता पाई गई। प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, भवनाथपुर से प्राप्त जाँच प्रतिवेदन के बाद उपायुक्त श्री जमुआर ने जिला शिक्षा अधीक्षक अनुराग मिंज को सभी दोषी शिक्षकों से कारण पृच्छा करने का निर्देश दिया, जिसके आलोक में जिला शिक्षा अधीक्षक, गढ़वा द्वारा राजकीय उत्त्क्रमित मध्य विद्यालय, बेलपहाड़ी के सहायक अध्यापक श्री धीरेन्द्र पाल, सहायक शिक्षक श्री बबन सिंह, एवं प्रभारी प्रधानाध्यापक श्री एखलाख अंसारी से 26 मार्च को कारण पृच्छा कर 29 मार्च तक जबाब देने को कहा गया। उनलोगों के द्वारा आज तक जवाब अप्राप्त है। उपायुक्त श्री जमुआर द्वारा तीनों दोषी शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए सहायक अध्यापक श्री धीरेन्द्र पाल को कार्यमुक्त करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है वहीं सहायक शिक्षक श्री बबन सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए इनका मुख्यालय प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी मझिआँव के कार्यालय में निर्धारित किया गया है। इस अवधि में श्री सिंह को जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा जबकि विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक श्री एखलाख अंसारी के विरूद्ध आरोप-पत्र गठित कर विभागीय कार्रवाई प्रारंभ कर दिया गया है। उपायुक्त ने बताया कि जिले में किसी भी स्तर पर अनियमितता संज्ञान में आने पर जिला प्रशासन द्वारा नरमी नहीं बर्ती जायेंगी तथा दोषियों के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।