गढ़वा: भवनाथपुर प्रखंड के कैलान पंचायत के आदिम जनजाति बाहुल्य झुरही टोला में पिछले तीन दिनों से डायरिया के प्रकोप है. डायरिया से दो व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि आठ लोग पीड़ित हैं.

मरने वाले में 70 वर्षीय रामजन्म कोरवा,उसका नव वर्षीय नाती दिनेश कोरवा का नाम शामिल है जबकि पीड़ित दस लोग में फुलेनदर कोरवा, सुरेन्द्र कोरवा, सुन्दरी देवी,जागू कोरवा का इलाज मेडिकल टीम के द्वारा घर पर ही किया गया. जबकि गंभीर रूप से पीड़ित संगीता कुमारी,सुमनता देवी,रीता कुमारी, रितेश कुमार,सेलटी देवी को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है.

मृतक की पत्नी पाना देवी ने बताया कि तीन दिन से डायरिया के प्रकोप से पीड़ित थे, हालांकि पहले से बीमार थे लेकिन सोमवार से उल्टी व दस्त की शुरू हो गया और मंगलवार को उनकी मौत हो गई, जबकि नाती के मौत गुरुवार को सुबह हो गया. बताया कि हमारे टोला में रहने वाले सभी लोगों के घर के लोग पीड़ित हैं. बताया कि हमलोग के घर में माड़ भात बना था वहीं खाएं थे.

डायरिया के प्रकोप की सुचना मिलते ही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर दिनेश कुमार सिंह ने मेडिकल टीम भेजा. टीम में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी अंकित त्रिवेदी,सवई राम, विपिन शर्मा, मोहम्मद फैज खान तथा सहीया साथी ने पीड़ित का इलाज किया.

मेडिकल टीम ने बताया कि गांव में चार दिन पहले एक आदिम जनजाति के घर पर भोज का आयोजन किया गया था जिसमें से बनाया गया भोजन दुषीत जल से बनाया गया था,जिस कारण डायरिया फैला. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है.
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि बनाया गया भोजन चापानल से बहने वाला पानी जो इकठ्ठा होता है वह दूषित जल था, मरने वाले लोग दूषित भोजन खाने से मरे हैं.
