गढवा : स्थानीय जीएन कॉन्वेंट स्कूल में डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के निदेशक मदन प्रसाद केशरी एवं उपप्राचार्य बसंत ठाकुर द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। बच्चों को संबोधित करते हुए निदेशक ने कहा कि आज के बदलते परिवेश में डिजिटल का ज्ञान हम समस्त लोगों के लिए अनिवार्य हो गया है। डिजिटल साक्षरता शब्द एक अवधारणा है। आज विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति ने हमें मोबाइल और कंप्यूटर जैसे इलेक्ट्रॉनिक संसाधन बनाने में सक्षम बनाया है। उन्हीं संसाधनों का पूरी तरह से उपयोग करने की क्षमता डिजिटल साक्षरता है। इस समय हम लगातार डिजिटल इंडिया की अवधारणा सुन रहे हैं। हर आवश्यक वस्तु और सेवा ऑनलाइन उपलब्ध है। इसी तरह ऑनलाइन शिक्षा और सोशल मीडिया के स्तर पर मोबाइल या कंप्यूटर का ठीक से उपयोग करने में सक्षम होना एक आवश्यकता बन गई है। अभी हर नागरिक इंटरनेट की दुनिया से जुड़ रहा है। इसके लिए एक निश्चित, कंप्यूटर भाषा और कुछ तकनीकी मुद्दों और अव धारणाओं की आवश्यकता होती है, जिसके बिना आपके लिए आसानी से डिजिटल रूप से साक्षर बनना असंभव है। इंटरनेट की वजह से पूरी दुनिया करीब आ गई है। इंटरनेट के बढ़ते उपयोग को देखते हुए, यदि अधिकांश लोग इसका उपयोग कर सकते हैं, तो हम इंटरनेट की एक अलग दुनिया देखेंगे। इसके लिए भविष्य में सभी लोगों को डिजिटल रूप से साक्षर होने की जरूरत है। वर्तमान में स्कूली बच्चे और युवा पीढ़ी शिक्षा और अन्य सुविधा का काम ऑनलाइन कर रहे हैं, उनके लिए डिजिटल रूप से साक्षर बनना बहुत आसान है ꫰ कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक खुर्शीद आलम, उदय प्रकाश, संजीव कुमार, मुकेश कुमार भारती, आलोक सिन्हा, नीरा शर्मा, सुनिता कुमारी, नरेन्द्र सिन्हा, रिजवाना शाहिन, सरिता दूबे, निलम कुमारी, सुषमा तिवारी, शिवानी कुमारी, संतोष प्रसाद आदि की भूमिका सराहनीय रही।