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आवास योजना के लिए महीनों से प्रखंड कार्यालय का चक्कर काट रहे दिव्यांग राजेश, फिर भी नहीं मिली मंजूरी

On: December 4, 2025 7:56 PM
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सूरज वर्मा

केतार (गढ़वा)। गढ़वा जिले के केतार प्रखंड अंतर्गत परती कुशवानी पंचायत के बतो गांव स्थित सिजुइया टोला निवासी दिव्यांग राजेश गुप्ता प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पाने के लिए कई महीनों से प्रखंड कार्यालय का चक्कर काटने को मजबूर हैं,लेकिन उनका सुनने वाला कोई नहीं है। दोनों पैरों से विकलांग राजेश का कहना है कि लगातार प्रयासों और बार-बार कार्यालय आने के बावजूद अब तक उनका नाम सूची में शामिल नहीं किया गया है।

राजेश गुप्ता ने बताया कि पिछले वर्ष उन्होंने जनता दरबार में भी आवास के लिए आवेदन दिया था, लेकिन आज तक उन्हें किसी भी प्रकार की सूचना नहीं मिली। आवास स्वीकृत न होने से उनका जीवन अत्यंत दयनीय स्थिति में गुजर रहा है। कई बार प्रखंड कार्यालय पहुंचने के बावजूद उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया।

उन्होंने कहा कि ब्लॉक कर्मियों द्वारा केवल आश्वासन दिया जाता है कि उनका नाम सूची में शामिल है और जल्द ही आवास मिल जाएगा, लेकिन महीनों बीत चुके हैं और अब तक कोई प्रगति नहीं हुई।

कंप्यूटर ऑपरेटर ने दिखाई मानवीय पहल

इसी बीच प्रखंड कार्यालय में मौजूद कंप्यूटर ऑपरेटर सिराज अंसारी ने दिव्यांग राजेश की स्थिति को देखते हुए मानवीय संवेदना दिखाते हुए उनकी मदद की। उन्होंने स्वयं दस्तावेजों की जांच की और राजेश को संबंधित कक्ष तक ले जाकर उनका मामला आगे बढ़ाने का प्रयास किया।

लोगों ने उठाया सवाल — दिव्यांगों को नहीं मिलेगा लाभ तो किसे मिलेगा?

स्थानीय लोगों ने कहा कि जब दिव्यांग और बेसहारा व्यक्ति को ही आवास योजना का लाभ मिलना कठिन हो गया है, तो योजनाओं का वास्तविक लाभार्थी कौन होगा? प्रशासनिक उदासीनता पर लोग नाराजगी भी व्यक्त कर रहे हैं।

दिव्यांग राजेश की मांग

राजेश गुप्ता ने प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रशांत कुमार से पूरे मामले की जांच कर शीघ्र आवास स्वीकृत करने की मांग की है, ताकि उन्हें सुरक्षित और सम्मानजनक तरीके से जीवन जीने का अवसर मिल सके।

Shubham Jaiswal

“मैं शुभम जायसवाल, बीते आठ वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने विभिन्न प्रतिष्ठित अखबारों और समाचार चैनलों में प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले पाँच वर्षों से मैं साप्ताहिक अखबार ‘झारखंड वार्ता’ से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ। पत्रकारिता मेरे लिए केवल पेशा नहीं बल्कि समाज और जनता के प्रति एक जिम्मेदारी है, जहाँ मेरी कलम हमेशा सच और न्याय के पक्ष में चलती है।

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