Doctor Got Cancer From Patient: मेडिकल जगत में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरी मेडिकल कम्युनिटी को हैरान कर दिया है। यह घटना जर्मनी के एक अस्पताल में हुई, जहां एक 53 वर्षीय सर्जन को ऑपरेशन के दौरान एक 23 वर्षीय मरीज से कैंसर हो गया। यह मामला दुनिया में पहली बार सामने आया है और इसके कारण मेडिकल विज्ञान में नई बहस शुरू हो गई है।
यह घटना जर्मनी के एक अस्पताल की है, जहां एक सर्जन ने 32 वर्षीय मरीज के पेट से दुर्लभ प्रकार के कैंसर का ट्यूमर निकालने के लिए ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर का हाथ कट गया, लेकिन उसने तुरंत उस कट को डिसइंफेक्ट कर बैंडेज कर दिया। शुरुआत में इस घाव पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया, लेकिन पांच महीने बाद डॉक्टर ने देखा कि जिस स्थान पर उनका हाथ कटा था, वहां एक छोटी सी गांठ विकसित हो गई थी। जब डॉक्टर ने अपनी गांठ की जांच कराई, तो पता चला कि यह एक घातक ट्यूमर था और यह उसी प्रकार का कैंसर था, जो मरीज के शरीर में पाया गया था। मेडिकल विशेषज्ञों ने जांच के बाद पुष्टि की कि यह ट्यूमर उसी कैंसर के सेल्स के कारण विकसित हुआ था, जो ऑपरेशन के दौरान मरीज के शरीर से बाहर आए थे।
इस दुर्लभ घटना को मेडिकल रिपोर्ट में ‘मैलिग्नेंट फायब्रस हिस्टियोसाइटोमा’ नामक कैंसर के रूप में पहचाना गया। यह कैंसर सॉफ्ट टिशू में विकसित होता है और इसकी पहचान के लिए विशेष मेडिकल परीक्षण की आवश्यकता होती है। यह प्रकार का कैंसर अत्यंत दुर्लभ है और इसके इस तरह के ट्रांसफर की संभावना बहुत ही कम होती है। आमतौर पर, ट्रांसप्लांट के दौरान इम्यूनिटी बाहरी सेल्स को स्वीकार नहीं करता है। लेकिन इस मामले में डॉक्टर की इम्यूनिटी कमजोर साबित हुई। डॉक्टर का ट्यूमर सफलतापूर्वक हटा दिया गया और दो साल बाद भी उनके शरीर में कैंसर दोबारा नहीं लौटा। यह मामला मेडिकल जगत में कैंसर से संबंधित रिसर्च के लिए एक नया विषय बन गया है।