कथित जमीन घोटाले में जेल में बंद पूर्व सीएम हेमंत के खिलाफ ED ने की चार्जशीट दाखिल,कई अहम खुलासे
रांची: प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा कथित रूप से 600 करोड़ रुपये जमीन घोटाले के मामले में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करते हुए कई सारे खुलासे किए जाने की खबर है।
ईडी ने अपनी चार्जशीट में पूर्व सीएम समेत राजस्व अधिकारी भानु प्रताप प्रसाद और दो अन्य सरकारी कर्मचारियों को आरोपी बनाया गया है। प्रवर्तन निदेशालय जमीनों के कागजातों के साथ छेड़छाड़ या फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन हड़पने के मामले में हेमंत सोरेन से पूछताछ कर रही है।
बता दें कि हेमंत सोरेन अपनी गिरफ्तारी से ठीक पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
ईडी की चार्जशीट के मुताबिक, मामले में बयानों और दस्तावेजों से पुष्टि हुई है कि सोरेन ‘भूमि माफिया’ का हिस्सा थे। जांच के दौरान, अधिकारियों को राजस्व अधिकारी प्रताप के कार्यालय से 44 पन्नों की एक फाइल मिली, जिसमें हेमंत सोरेन के स्वामित्व वाली 8.86 एकड़ जमीन के बारे में अहम जानकारी हाथ लगी थी। आरोप पत्र में कहा गया है कि प्रताप पूर्व सीएम सोरेन को ‘बॉस’ कहते थे।
हेमंत सोरेन ने रांची में किया अवैध कब्जा
केंद्रीय जांच एजेंसी ने यह दावा किया है कि हेमंत सोरेन ने साल 2011 से रांची के बार्गेन इलाके में 8.86 एकड़ जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया था, जिसकी कीमत मौजूदा समय में 31 करोड़ रुपये आंकी गई है। बता दें कि इस जमीन को ईडी ने जब्त कर लिया है।
लैंड स्कैम सिंडिकेट का हिस्सा थे हेमंत सोरेन
ईडी की जांच के मुताबिक, इस प्लॉट पर कथित तौर पर हेमंत सोरेन के करीबी रंजीत सिंह, हिलारियस कच्छप और राजकुमार के जरिए किया गया था। चार्जशीट में आगे कहा गया कि भानु प्रताप जमीन हड़पने के लिए सरकारी जमीन के दस्तावेजों में छेड़छाड़ करने वाले एक सिंडिकेट का हिस्सा था, जिसमें हेमंत सोरेन और कई सरकारी अधिकारी भीशामिल थे।
चार्जशीट में दो सर्वे रिपोर्ट शामिल
- Advertisement -