झारखंड सीएम हेमंत को ईडी का 8वां समन काफी तल्ख,कहा कानून सबके लिए बराबर! बयान दर्ज कराएं वरना!
रांची: झारखंड के CM हेमंत सोरेन को कथित जमीन घोटाले में पूछताछ के लिए ईडी का आठवां समन अन्य सात समनो की अपेक्षा ज्यादा चर्चा में है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बार केंद्रीय एजेंसी ईडी ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए चेतावनी देते हुए कहा है कि कानून सबके लिए बराबर होता है।आप कानून से ऊपर नहीं।इस तरह की बात पत्र में कही गई है। पत्र में शब्दों की तल्खियां यही तक सीमित नहीं है बल्कि ED ने CM को 16 से 20 जनवरी तक की मोहलत दी है, साथ ही कहा है कि दो दिनों के अंदर CM हेमंत सोरेन समय और जगह निर्धारित करें। अगर ऐसा नहीं होता है तो ED के अधिकारी उन तक आने के लिए बाध्य होंगे, ऐसी स्थिति में अगर विधि व्यवस्था का कोई मामला उत्पन्न होता है तो इसके लिए CM हेमंत सोरेन को ही जिम्मेदार ठहराया गया है।ईडी द्वारा भेजा गया समन कानून सम्मत है. आपको इसका अनुपालन करते हुए अपना बयान दर्ज कराना ही होगा।
ईडी ने पत्र में लिखा है कि इससे पहले आपको पत्र (समन) भेज कर सात दिनों का समय दिया गया था। इन सात दिनों में दो दिन के अंदर आपको उपयुक्त जगह बताने और बयान दर्ज कराने का समय दिया गया था लेकिन आप ने प्रवर्तन निदेशालय पर दुर्भावना से प्रेरित होकर काम करने का आरोप लगाया।आपने कानून का पालन नहीं किया। आप इडी द्वारा भेजे गये कानून सम्मत समन का अनुपालन करें और दो दिनों के अंदर बयान दर्ज कराने के लिए जगह और समय बतायें।समन का अनुपालन नहीं करने की स्थिति में निदेशालय इसका अनुपालन कराने के लिए बाध्य होगा और आपका बयान दर्ज करने के लिए खुद ही आपके पास पहुंचेगा।ऐसी स्थिति में विधि व्यवस्था बनाये रखना आपकी जिम्मदारी है। इसलिए अपने ही स्तर से राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए उचित निर्देश दें।
बता दें कि ED के द्वारा जमीन की खरीद-बिक्री के मामले में बयान दर्ज करने को लेकर आठवां समन जारी हो गया है।14 अगस्त 2023 से लेकर 14 जनवरी 2024 तक की बात कर लें तो ED की तरफ से समन भेजने का सिलसिला थमा नहीं है।
मामले में जेएमएम का भी बयान आ गया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा है कि ED को विधि सम्मत जवाब दिया जायेगा।ED के द्वारा पत्र में चेतवानी भरे शब्द पर भी आपत्ति जताई गई है। अब देखना होगा कि CM हेमंत सोरेन इस बार भी ED के समन पर बयान दर्ज कराने को तैयार होते है या पत्र का जवाब फिर पत्र से ही दिया जायेगा।
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