चतरा :- कान पकड़ कर उठक-बैठक कर रहे ये बुजुर्ग झारखण्ड के चतरा जिला के रहने वाले हैं। जंगल से जलावन के लिए और खेत को घेरने के लिए सुखी हुई लकड़ी लेकर आ रहे थे तभी रास्ते में वन विभाग के अधिकारी मिल गए। हाथ में डंडा लिए अधिकारी ने पहले तो बुजुर्ग को रोका। उसके बाद उनकी पत्नी और पोते के सामने ही कान पकड़कर उठक बैठक करवाने लगा। इतने से भी जब वन कर्मी का मन नहीं भरा तो वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर भी कर दिया। सोशल मीडिया पर वायरल यह वीडियो चतरा जिला के प्रतापपुर का बताया जा रहा है।
सोहन सिंह नाम के एक यूजर इसे ट्वीट कर बताया कि जंगल से सुखी टहनियां लेकर घर जा रहे बुजुर्ग को वन कर्मी ने कान पकड़कर उठक बैठक कराया। जबकि माफियाओं को नहीं पकड़ा जाता है। यह वीडियो जैसे ही सामने आया इसपर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने संज्ञान लेते हुए कहा है कि माफिया पूरा जंगल साफ़ कर रहे होते हैं उस वक्त सरकार कहां सोई रहती है। उन्होंने पूछा है कि अपने उपयोग के लिए सूखी टहनियों को लेकर जा रहे गरीब आदिवासियों पर इस तरह का जुल्म करना कहाँ तक वाजिब है. रघुवर ने कहा यह शर्मनाक है।
चतरा डीसी को कार्रवाई का निर्देश रघुवर दास के ट्वीट के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी इस मामले में संज्ञान ले लिया। उसके बाद चतरा डीसी को निर्देश देते हुए कहा कि मामले की जाँच कर सख्त कार्रवाई करते हुए सूचना दें. वीडियो वाकई काफी शर्मनाक है। बुजूर्ग जिसे उठक बैठक कराया जा रहा है, उनके साथ उनका परिवार भी । बच्चों और पत्नी के सामने ही उन्हें जलील किया जा रहा था। वह हाथ जोड़कर अधिकारी से माफी भी मांग रहे हैं। शायद वह कह रहे थे कि गलती हो गई हुजूर अब से ऐसा नहीं करेंगे। लेकिन अधिकारी को तो अपना रौब जमाना ही था । इसलिए हाथ में डंडा लिये अपना सारा गुस्सा गरीब बुजुर्ग पर निकाल दिया।
बुजुर्ग का चेहरा देख कर ही लग रहा है कि वह अधिकारी को देखकर काफी सहम गये हैं और आगे से लकड़ियां लेकर नहीं जाएंगे, ऐसा वह कह रहे थे। लेकिन अधिकारी उनको ऐसे ही जाने देते तो कहीं उनकी शान में कमी ना आ जाए इसलिए लगे वह अपना शासन जमाने। इस वीडियो को देखने के बाद लोगों की भी यह प्रतिक्रिया है कि अधिकारियों का शासन केवल गरीब गुरबों पर ही चलता है। जो बड़े बड़े माफिया पूरे राज्य को खोखला कर रहे हैं, जंगलों को साफ करते जा रहे हैं उनपर इनकी नजर नहीं जाती। बस जोर चलता है तो गरीब लाचार और असहाय लोगों पर। बहरहाल सीएन ने इसपर संज्ञान ले लिया है अब देखते हैं मामले में आगे क्या होता है।