धनबाद: जिले के जोगता थाना क्षेत्र में सोमवार तड़के हुए भू-धंसान ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। हटिया के पास सात नंबर में हुई इस घटना में एक घर पूरी तरह जमीन में धंस गया। घटना सुबह करीब 3 बजे की है। हादसे के वक्त घर के सभी लोग अंदर सो रहे थे, लेकिन तेज धमाके की आवाज से वे जाग गए और किसी तरह बाहर निकलकर अपनी जान बचा सके।
घर समेत सामान जमीन में समाया
पीड़ित महिला कल्याणी देवी ने बताया कि अचानक तेज आवाज हुई और देखते ही देखते पूरा घर जमीन में समा गया। उन्होंने बताया, “हम लोग किसी तरह छप्पर छोड़कर भागे। घर में रखा चावल, दाल, कपड़े और अन्य सामान सब कुछ अंदर धंस गया। अब खाने-पहनने तक का कोई साधन नहीं बचा है।” कल्याणी देवी ने बीसीसीएल और प्रशासन से घर व बच्चों के लिए राहत सामग्री की मांग की है।
पीड़ित परिवार ने ब्याज पर पैसे लेकर घर बनाया था। अब घर के साथ-साथ सब कुछ खत्म हो गया है। उन्होंने मांग की कि पीड़ितों को न केवल नया घर दिया जाए, बल्कि घर बनाने में खर्च हुए पैसे की भी भरपाई की जाए।
लोगों का गुस्सा फूटा
घटना के बाद इलाके में आक्रोश का माहौल है। स्थानीय इंद्रदेव भुइयां ने कहा कि इस घटना के लिए बीसीसीएल प्रबंधन और प्रशासन दोनों जिम्मेदार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन बार-बार शिकायत के बावजूद चुप बैठा रहता है और कोई ठोस कदम नहीं उठाता।
बीसीसीएल अधिकारी भड़के
इधर, मौके पर पहुंचे बीसीसीएल अधिकारियों से जब घटना को लेकर सवाल किया गया तो वे भड़क उठे और मीडिया से कहा कि वे बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं।
भू-धंसान से दहशत
भू-धंसान के बाद इलाके में जमीन कई जगह फट गई है और बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। आसपास के कई घर भी प्रभावित हुए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बीसीसीएल की लापरवाही और कोयला खनन के कारण आए दिन ऐसी घटनाएं होती हैं, जिससे उनकी जान हमेशा खतरे में रहती है।