गढ़वा: भाजपा जिला मीडिया प्रभारी रितेश चौबे ने किसानों की धान की राशि न मिलने को लेकर हेमंत सरकार पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि झारखंड देश का पहला ऐसा राज्य है, जहां सत्ता में बैठे लोग केवल अपनी मलाई खाते हैं और जनता अपने हक के लिए त्राहिमाम कर रही है।
रितेश चौबे ने बताया कि पिछले वर्ष की धान खरीद का भुगतान किसानों को अब तक नहीं मिला। उन्होंने कहा, “किसान खुशहाल, झारखंड खुशहाल—ये सिर्फ हेमंत सरकार के नारों तक ही सीमित है। किसान अपने खेतों में कड़ी मेहनत कर फसल उगाकर सरकार को बेचते हैं, लेकिन उसका पैसा एक साल बाद भी नहीं मिला।”
उन्होंने कहा कि झामुमो सरकार में बैठे मंत्री और मुख्यमंत्री पूरी तरह सत्ता मद में डूबे हुए हैं और केवल अपनी झोली भरने में लगे हैं। जबकि केंद्र सरकार की मोदी सरकार किसानों को सक्षम बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है, झारखंड की हेमंत सरकार किसानों का शोषण कर रही है।
रितेश चौबे ने कहा कि झामुमो सरकार ने किसानों से 3,200 रुपए प्रति क्विंटल धान खरीदने का वादा किया था, लेकिन 2024-25 में केवल 2,300-2,400 रुपए प्रति क्विंटल पर धान खरीदा गया, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ। मजबूर होकर किसानों ने अपनी फसल सरकार को बेची, लेकिन अब तक भुगतान नहीं मिला।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसानों को शीघ्र भुगतान नहीं किया गया, तो भाजपा कार्यकर्ता किसानों के हक के लिए आंदोलन को बाध्य होंगे।
झारखंड के किसान कर रहे त्राहिमाम, सरकार सिर्फ अपनी झोली भर रही : रितेश














