इस्लामाबाद: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हिंसक घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार, 3 दिसंबर 2025 को डेरा इस्माइल खान (डीआई खान) में पुलिस वाहन को निशाना बनाकर बड़ा विस्फोट किया गया। इस हमले में एएसआई गुल आलम, कांस्टेबल रफीक, वाहन चालक और एक अन्य पुलिसकर्मी की मौत हो गई। एक अन्य पुलिसकर्मी इस हमले में बाल-बाल बच गया।
आईईडी से किया गया हमला, इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी
जिला पुलिस प्रवक्ता याकूब जुल्करनैन ने स्थानीय मीडिया को बताया कि हमलावरों ने इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) का इस्तेमाल किया। धमाका इतना शक्तिशाली था कि पुलिस वाहन के परखच्चे उड़ गए। सुरक्षा बलों ने तुरंत पूरे क्षेत्र को घेर लिया और व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। प्रवक्ता के अनुसार, “हमलावरों की तलाश जारी है और घटना की हर दिशा से जांच की जा रही है।”
एक दिन पहले नॉर्थ वज़ीरिस्तान में असिस्टेंट कमिश्नर के काफिले पर हमला
इस घटना से एक दिन पहले ही नॉर्थ वज़ीरिस्तान में असिस्टेंट कमिश्नर शाह वली खान के काफिले पर भी घातक हमला हुआ था। बन्नू-मीरनशाह रोड पर हुए इस हमले में शाह वली खान समेत उनकी सुरक्षा टीम के कई सदस्य मारे गए। हमले में कई अन्य पुलिसकर्मी और राहगीर घायल हुए, जिन्हें पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
क्षेत्र में हिंसा लगातार बढ़ रही
पाकिस्तान में पिछले एक साल से खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में हिंसक घटनाओं में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने नवंबर 2022 में सरकार के साथ हुए सीजफायर को खत्म करने के बाद अपने हमलों को और तेज कर दिया।
सिर्फ तीन दिन पहले खैबर पख्तूनख्वा के लक्की मरवत जिले में एक सुरक्षा वाहन को आत्मघाती हमलावर ने निशाना बनाया था, जिसमें एक पुलिसकर्मी की मौत और तीन अन्य घायल हुए थे।
2025 की तीसरी तिमाही में हिंसा में 46% की बढ़ोतरी
इस्लामाबाद स्थित सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज (CRSS) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में पाकिस्तान में हिंसक घटनाओं में 46% से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई। रिपोर्ट के मुताबिक इस अवधि में कुल 901 मौतें और 599 लोग घायल हुए। इनमें नागरिक, सुरक्षा बलों के सदस्य और अपराधी सभी शामिल हैं।
हालात चिंताजनक
सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ते आतंकी हमले पाकिस्तान के सामने गंभीर सुरक्षा चुनौती बन चुके हैं। वे चेतावनी देते हैं कि यदि सुरक्षा रणनीति को पुनर्गठित नहीं किया गया, तो आम नागरिकों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था और अधिक बिगड़ सकती है।
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में पुलिस वाहन पर घातक हमला, 4 पुलिसकर्मियों की मौत












