Wednesday, June 18, 2025

वन विभाग ने झारखंड में पहली बार हेलीकॉप्टर और ड्रोन के माध्यम से पौधारोपण की अनूठी योजना तैयार की

ख़बर को शेयर करें।

जमशेदपुर: बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण और घटते जंगलों को ध्यान में रखते हुए, जमशेदपुर वन विभाग ने जंगलों में हरियाली लाने के लिए झारखंड में पहली बार हेलीकॉप्टर और ड्रोन के माध्यम से पौधारोपण की अनूठी योजना तैयार की है।इस मानसून सीजन के दौरान जमशेदपुर वन विभाग ने हेलीकॉप्टर और ड्रोन की मदद से अपने क्षेत्र में पांच लाख से अधिक फलदार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है।

हेलीकॉप्टरों और ड्रोनों से पहाड़ों के समतल क्षेत्रों में बीज-गेंदें गिराई जाएंगी, जहां पौधे उगकर पेड़ बन सकेंगे। डी बॉल्स मिट्टी से बनी गेंदें होती हैं जिनमें पौधों के बीज होते हैं। हेलीकॉप्टर और ड्रोन का उपयोग पेड़ लगाने का एक नया तरीका है, जो विशेष रूप से उन स्थानों पर उपयोगी है जहां भूमि तक पहुंचना कठिन है या जहां पारंपरिक तरीकों से पौधे लगाना संभव नहीं है। इस तकनीक से पौधों की संख्या बढ़ाने और जंगल का घनत्व बढ़ाने में मदद मिलेगी। विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां हरियाली कम हो गई है। इस विधि से 5 लाख से अधिक फलदार पौधे रोपे जाएंगे।

दुर्गम क्षेत्रों में हरियाली लाने के लिए हेलीकॉप्टर और ड्रोन का उपयोग करके पेड़ लगाने के कई लाभ हैं। उदाहरण के लिए, हेलीकॉप्टर और ड्रोन उन स्थानों तक पहुंच सकते हैं, जहां पैदल या अन्य साधनों से पहुंचना कठिन है, जैसे पहाड़ या ढलान। इस विधि से रोपण शीघ्रता एवं कुशलता से किया जाता है।
पेड़ लगाने के लिए ड्रोन का उपयोग करना पारंपरिक तरीकों की तुलना में कम खर्चीला हो सकता है। जहां पौधे कम हैं या जंगल कम हो गए हैं, ऐसे स्थानों को हरित पट्टी के रूप में विकसित किया जा सकता है। जमशेदपुर डीएफओ सबा आलम अंसारी का कहना है कि कई कंपनियां बड़े क्षेत्रों में वनरोपण के लिए पेड़ लगाने में ड्रोन का इस्तेमाल कर रही हैं। इस संबंध में उन्होंने क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक स्मिता पंकज से चर्चा की।जैसे ही आम सहमति बनी, उन्होंने एक प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेज दिया। जैसे ही हमें मंजूरी मिल जाएगी, हम सबसे पहले अपना ड्रोन खरीदेंगे। इसके बाद हेलीकॉप्टरों का उपयोग किया जाएगा। फलों के पेड़ लगाने से वन्यजीवों को लाभ होगा।

जमशेदपुर डीएफओ सबा आलम अंसारी ने कहा कि उन्होंने जमशेदपुर के जंगलों में फलदार पौधे लगाने का निर्णय लिया है। क्योंकि, फलों के पौधों से जंगली जानवरों, पक्षियों और जंगल में रहने वाले लोगों को लाभ होगा।

Video thumbnail
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री सिल्ली कॉलेज के शासी निकाय की बैठक में हुए शामिल
01:16
Video thumbnail
हेमंत है तो हिम्मत है,!मखदुमपुर रेलवे क्रॉसिंग तालाबनुमा गड्ढे में लोग सरपट दौड़ा लेते हैं गाडियां
04:36
Video thumbnail
पिता के आशीर्वाद से तीसरी बार विधायक बने आलोक चौरसिया, पुण्यतिथि कार्यक्रम में बोले दिल की बात
02:41
Video thumbnail
जनजातीय गौरव वर्ष के तत्वाधन में लगाया गया शिविर
00:55
Video thumbnail
वज्रपात से हुई एक व्यक्ति की मौत, परिजनों का रो-रो कर हुआ बुरा हाल
01:37
Video thumbnail
भूपेंद्र सुपर मार्केट के तत्त्वधान में हरैया गांव में फाइनेंस सेवा की शुरुआत
03:48
Video thumbnail
दुनिया का वो सबसे डरावना जंगल, जहां अंदर जाने के बाद नहीं लौट पाया कोई
02:34
Video thumbnail
बस और टेंपो में भिड़ंत, जिसमें की टेम्पु सवार सभी व्यक्ति हुए घायल
01:10
Video thumbnail
अहमदाबाद प्लेन क्रैश में चमत्कार, विमान का लोहा तक गल गया, लेकिन मलबे से सुरक्षित मिली भगवद् गीता
01:27
Video thumbnail
और थाईलैंड से दिल्ली आ रही एयर इंडिया के विमान को बम से उड़ाने की धमकी, इमरजेंसी लैंडिंग
01:08
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img

Related Articles

- Advertisement -

Latest Articles