जमशेदपुर:सूर्य मंदिर समिति के तत्वाधान में पवित्र श्रावण मास की तृतीय सोमवारी को होने वाले सामुहिक जलाभिषेक यात्रा को ऐतिहासिक आकर्षक बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसको लेकर मंदिर समिति की एक समीक्षा बैठक सिद्धगोड़ा सूर्य मंदिर में गुरुवार को आयोजित की गई।
बैठक की अध्यक्षता सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह की अध्यक्षता की। इस मौके पर मुख्य रूप से झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह समिति के मुख्य संरक्षक रघुवर दास, जलाभिषेक यात्रा के संयोजक मिथिलेश सिंह यादव समेत पदाधिकारी एवं आयोजन समिति के सभी सदस्यगण शामिल हुए। बैठक में जलाभिषेक यात्रा के संबंध में गठित उप-समिति में विभिन्न कार्यों के लिए नियुक्त किये गए दायित्वधारी सदस्यों से उनके प्रभार वाले कार्यों के अब तक की तैयारियों की समीक्षा की गई।इस दौरान जलाभिषेक यात्रा, झांकी, ट्रैफिक, पेयजल, मेडिकल टीम, बेरिकेडिंग, भगवान भोलेनाथ को जलार्पण, महाप्रसाद, विद्युत एवं पुष्प सज्जा इत्यादि से संबंधित कार्य सहित जलाभिषेक यात्रा के दृष्टिकोण से किए जाने वाले व्यवस्थाओं को लेकर उपस्थित सदस्यों के साथ विचार-विमर्श किया गया एवं सुझाव भी लिये गये। प्राप्त सुझावों को संबंधित प्रभार वाले लोगों से चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गए।
जलाभिषेक यात्रा के गंतव्य स्थान बारीडीह हरि मंदिर मैदान से निकलने को लेकर आवश्यक तैयारी, संध्याकाल में महाशिवालाय की महाआरती एवं यात्रा की रूपरेखा की तैयारी को अंतिम रुप दिया गया। श्रावण माह के तीसरी सोमवारी को आकर्षक लाइटों से सूर्यधाम परिसर एवं आसपास के क्षेत्र पूरी तरह चकाचौंध रहेगी। इसके साथ ही, मंदिर मार्ग के अलग-अलग रूटों पर भी साज-सज्जा की जा रही है।
सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने बताया कि आगामी 21 अगस्त को जलाभिषेक यात्रा में कमेटी ने 25 हजार महिला एवं पुरूष श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना जताई है। तृतीय सोमवारी के अवसर पर जलाभिषेक यात्रा में हजारों शिवभक्त हाथों में जल लेकर सूर्य मंदिर शिवालय में जलार्पण करते हैं। जिसमें सूर्य मंदिर के मुख्य संरक्षक सह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह के संग हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। पिछले कई वर्षों से यह आयोजन प्रत्येक वर्ष भव्य एवं व्यवस्थित रूप में सम्पन्न होता आया है। प्रातः 6 बजे से श्रद्धालु बारीडीह हरि मंदिर मैदान में एकत्रित होंगे जहां स्वर्णरेखा नदी में 11 सदस्यीय पंडितों के समूह द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के बीच जलाभिषेक का संकल्प कराया जाएगा। इसके पश्चात, हजारों की संख्या में शामिल श्रद्धालु कतारबद्ध होकर सूर्य मंदिर शिवालय के लिए प्रस्थान करेंगे।
जलाभिषेक यात्रा के संयोजक मिथिलेश सिंह यादव ने बताया कि यात्रा के दौरान भक्तिमय संगीत, विशालकाय शिवलिंग, मनोरम झांकी के साथ बुलडोजर से पुष्पवर्षा की जाएगी। श्रद्धालुओं की भीड़ और व्रतधारी श्रद्धालुओं के सहूलियत हेतु बाबा बैधनाथ धाम की तर्ज अरघा के माध्यम से जलार्पण की तैयारी की गई है। पूरे रास्ते में यातायात नियंत्रण करने और सूर्य मंदिर में सहयोग हेतु 200 से अधिक सूर्यधाम सेवक सक्रिय रहेंगे। जलाभिषेक यात्रा के दौरान पूरे रास्ते में स्वच्छ एवं निर्मल जल का छिड़काव किया जाएगा। वहीं, जलार्पण के पश्चात सोन मंडप परिसर में महाप्रसाद वितरण की व्यवस्था है। जहां प्रसाद वितरण के 20 काउंटर एवं पानी के 15 काउंटर लगाए जाएंगे। जिसको लेकर मंदिर समिति के सदस्यगण सफल बनाने में जुटे हैं। उन्होंने बताया कि जमशेदपुरवासियों के सहयोग और आस्था से जलाभिषेक यात्रा ऐतिहासिक एवं भव्य रूप में सफल होगी।