रांची: बरही के पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला ने गुरुवार को कांग्रेस पार्टी में फिर से वापसी कर ली। पिछले वर्ष उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ते हुए समाजवादी पार्टी जॉइन की थी, लेकिन अब उन्होंने दोबारा कांग्रेस का दामन थामा है। रांची स्थित पार्टी मुख्यालय में झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, विधायक दल के नेता प्रदीप यादव समेत कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने कांग्रेस सदस्यता ग्रहण की।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने अकेला के पार्टी में स्वागत करते हुए कहा, “यह कांग्रेस परिवार के लिए खुशी का पल है। उमाशंकर अकेला हमारे पुराने साथी हैं और उनकी वापसी से उत्तर छोटानागपुर में पार्टी की स्थिति और मजबूत होगी।”
उमाशंकर अकेला ने 2019 विधानसभा चुनाव में बरही सीट से कांग्रेस टिकट पर जीत हासिल की थी। हालांकि 2024 चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी और समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ा, जहां उन्हें तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। इसके बावजूद उन्होंने 23,629 वोट हासिल कर अपनी पकड़ साबित की।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद अकेला ने कहा, “मैंने भावनाओं में आकर कुछ बातें कही थीं। कांग्रेस में किसी तरह का पैसों का खेल नहीं है। मैं वह बात पहले ही वापस ले चुका हूं।” उन्होंने आगे कहा कि उनका लक्ष्य उत्तर छोटानागपुर में संगठन को मजबूत करना है तथा 2029 विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र से कांग्रेस के लिए अधिक सीटें सुनिश्चित करना है।
वापसी के साथ ही यह साफ हो गया है कि कांग्रेस 2029 की तैयारी अभी से शुरू कर चुकी है और अनुभवी नेताओं को फिर से जोड़कर संगठन को व्यापक रूप देने की रणनीति पर कार्य कर रही है।
पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला की फिर से हुई कांग्रेस में वापसी, विधानसभा चुनाव में हुए थे बागी









