ग्राम प्रधान का फरमान न मानने पर आदिवासी युवक को जूते चप्पल की माला पहना घुमाया, चार गिरफ्तार

On: September 12, 2023 4:14 PM

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लातेहार: हरेहंज प्रखंड में गांव के एक स्कूल में रविवार को बैठक में ग्राम प्रधान व उसके बेटे ने गांव व समाज में रहने के लिए अपनी गलती स्वीकार करने व अर्थदंड देने की बात भिखारी गंझू से कही थी लेकिन वे राजी नहीं हुए तो भिखारी गंझू को जूता व चप्पल की माला पहना कर घुमाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिससे उसकी पत्नी सदमे में आ गई। इसके बाद मामला पुलिस प्रशासन तक पहुंचा।इस मामले में सोमवार को प्राथमिकी दर्ज की गयी।पुलिस अधीक्षक ने अंजनी अंजन ने इस घटना को गंभीरता से लिया।एसपी के निर्देश पर मंगलवार को इस घटना में शामिल ग्राम प्रधान व उनके पुत्र समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
बरवाडीह एसडीपीओ दिलू लोहार ने हेरहंज थाना में आयोजित एक प्रेस वार्ता में बताया कि गत रविवार को ग्राम प्रधान नासिर अंसारी के कहने पर गांव के युवक भिखारी गंझू को जूता-चपप्ल की माला पहना कर गांव में घुमाया गया था। पीड़िता की पत्नी सुकंति देवी के आवेदन पर इस मामले में हेरहंज थाना में सोमवार को कांड संख्या 44/2023 भादवि की धारा 143, 341, 342, 323, 504, 506, 499, 500 व एससी/एसटी एक्ट के तहत दर्ज किया गया। मामला दर्ज होने के बाद एसपी के निर्देश पर बरवाडीह एसडीपीओ दिलू लोहार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया।टीम ने छापेमारी अभियान चला कर ग्राम प्रधान नासिर अंसारी, ग्राम प्रधान के पुत्र बाबर अंसारी, पूर्व पारा शिक्षक बृजमोहन भुइयां व विनोद सिंह उर्फ विनोद पाहन (सभी केडु, हेरहंज) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घटना में शामिल रामपति भुइयां समेत अन्य पांच आरोपी फरार हैं।
मामला कुछ इस प्रकार का बताया जाता है लगभग 4 महीने पहले भिखारी गंजू के घर के पास आंगन में स्थित चापाकल पर कुछ लोग का कटी हुई खस्सी धोने लगे। जिसका विरोध भिखारी गंजू की गैर मौजूदगी में उसकी पत्नी सकुंती देवी ने किया। इसी दौरान ग्राम प्रधान का बेटा बाबर अंसारी वहां आया और महिला के साथ गाली-गलौज करने लगा।वह उसे समाज व गांव से बाहर निकालने की धमकी देने लगा। बताया जाता है कि उस समय से लोगों ने भिखारी गंझू व उसके परिवार का बहिष्कार कर दिया था।
वहीं दूसरी ओर गत रविवार को गांव के एक स्कूल में बैठक में ग्राम प्रधान व उसके बेटे ने गांव व समाज में रहने के लिए अपनी गलती स्वीकार करने व अर्थदंड देने की बात भिखारी गंझू से कही।जब वे राजी नहीं हुए तो भिखारी गंझू को जूता व चप्पल की माला पहना कर घुमाने की सजा दी गयी। घटना के बाद से ही भिखारी गंझू की पत्नी सदमे हैं।