---Advertisement---

गढ़वा: पांच दिन के बच्चे का 5 लाख में सौदा, पुलिस ने पलामू से किया बरामद; खरीदार महिला हिरासत में

On: December 13, 2025 7:38 PM
---Advertisement---

गढ़वा: जिले से मानवता को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। डंडा थाना क्षेत्र के एक दंपती ने अपने महज पांच दिन के नवजात बच्चे को पैसों के लिए बेच दिया। मामले की भनक लगते ही गढ़वा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पलामू जिले के रेड़मा इलाके में छापेमारी कर नवजात को सकुशल बरामद कर लिया है।

इस दौरान पुलिस ने बच्चे को खरीदने वाली महिला को भी हिरासत में लिया है और उससे गहन पूछताछ की जा रही है। नवजात को बरामद करने के बाद उसे चाइल्ड डेवलपमेंट कमेटी (सीडीसी) के समक्ष प्रस्तुत करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

शनिवार को हुआ सौदा, पुलिस ने तुरंत की कार्रवाई

डंडा थाना प्रभारी दिलीप कुमार ने बताया कि शनिवार को ही नवजात को बेचने की घटना को अंजाम दिया गया था। जैसे ही इस अवैध सौदे की जानकारी पुलिस को मिली, उन्होंने खुद मामले की कमान संभाली और मेदिनीनगर के रेड़मा क्षेत्र में छापेमारी कर बच्चे को बरामद किया।

उन्होंने बताया कि बच्चे को बेचने वाले दंपती को थाने बुलाया गया है, जबकि खरीदने वाली महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि नवजात की कीमत 3 से 5 लाख रुपये के बीच तय हुई थी।

पुलिस पूछताछ में नवजात को खरीदने वाले पक्ष ने स्वीकार किया है कि उन्होंने बच्चे को करीब पांच लाख रुपये में खरीदा। बताया जा रहा है कि यह परिवार आर्थिक रूप से संपन्न है और परिवार का एक सदस्य नौकरी में कार्यरत है।

वहीं बच्चे को बेचने वाले परिवार की स्थिति बेहद दयनीय बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार नवजात के दादा का हाल ही में निधन हो गया है, जबकि बच्चे की मां की मानसिक स्थिति ठीक नहीं बताई जा रही है। पुलिस इन सभी पहलुओं की गंभीरता से जांच कर रही है।

सीडीसी को दी गई जानकारी, आगे की कार्रवाई जारी

नवजात की बरामदगी के बाद गढ़वा पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी संबंधित बाल संरक्षण इकाई और सीडीसी को दे दी है। पुलिस का कहना है कि बच्चे के भविष्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कानूनी प्रक्रिया के तहत आगे की कार्रवाई की जाएगी।

पहले भी सामने आ चुका है ऐसा मामला

गौरतलब है कि कुछ महीने पहले पलामू जिले के लेस्लीगंज इलाके से भी गरीबी के कारण नवजात को बेचने का मामला सामने आया था। लगातार सामने आ रही ऐसी घटनाएं राज्य में नवजात तस्करी और सामाजिक असुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रही हैं।

फिलहाल पुलिस पूरे नेटवर्क की जांच में जुटी हुई है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि कहीं इसके पीछे किसी संगठित गिरोह की भूमिका तो नहीं है।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

Join WhatsApp

Join Now