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सदन में गढ़वा विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी का सरकार पर हमला, सुर्या हांसदा इंकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग

On: August 25, 2025 8:50 PM
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झारखंड वार्ता

गढ़वा।  झारखंड विधानसभा सत्र में सोमवार को गढ़वा के भाजपा विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने सरकार को घेरते हुए कई मुद्दे उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार अपने ही वादों से मुकर रही है और आदिवासी, गरीब तथा किसानों के हितों की अनदेखी कर रही है।

विधायक तिवारी ने सदन में सुर्या हांसदा इंकाउंटर की सीबीआई जांच कराने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि जिस तरह शिबू सोरेन ने गरीब और आदिवासियों की आवाज बनकर महाजनों के चंगुल से उन्हें मुक्त कराने की लड़ाई लड़ी, उसी तरह सुर्या हांसदा भी आदिवासी अधिकारों की लड़ाई लड़ रहा था। ऐसे में उसकी मौत की सच्चाई सामने लाने के लिए सीबीआई जांच आवश्यक है।

रिम्स-टू निर्माण का मुद्दा भी उठा

उन्होंने सदन में रिम्स-टू निर्माण की मांग को भी जोर-शोर से उठाया। कहा कि यह मामला आदिवासी समाज के लिए बेहद संवेदनशील है। आदिवासी इसके लिए जान देने तक को तैयार हैं। इसलिए सरकार को इस पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिए।

भूमि विवाद और सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप

विधायक तिवारी ने भूमि विवाद और रैयतों के हित से जुड़े मुद्दे पर भी सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने वादा किया था कि गैर मजरूआ खास जमीन का निबंधन, बिक्री की स्वीकृति, रसीद कटवाने और भूमि को ऑनलाइन करने का प्रावधान करेगी, लेकिन आज तक यह पूरा नहीं हुआ। उल्टा गरीबों की जमीन लूटने का काम हो रहा है।

नेता प्रतिपक्ष ने किया समर्थन

विधायक की मांगों का समर्थन सदन में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी सहित कई विपक्षी विधायकों ने भी किया। सत्ता पक्ष के विरोध के बावजूद विपक्ष ने एकजुट होकर इस मामले पर सरकार से जवाब मांगने की बात कही।

विधायक श्री तिवारी ने कहा कि सरकार आदिवासी, गरीब और किसानों की हितैशी होने का दावा करती है, लेकिन हकीकत यह है कि पूरे राज्य में सरकार की किरकिरी हो रही है।

Shubham Jaiswal

“मैं शुभम जायसवाल, बीते आठ वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने विभिन्न प्रतिष्ठित अखबारों और समाचार चैनलों में प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले पाँच वर्षों से मैं साप्ताहिक अखबार ‘झारखंड वार्ता’ से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ। पत्रकारिता मेरे लिए केवल पेशा नहीं बल्कि समाज और जनता के प्रति एक जिम्मेदारी है, जहाँ मेरी कलम हमेशा सच और न्याय के पक्ष में चलती है।

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