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झारखंड वार्ता

गढ़वा: सदर एसडीएम संजय कुमार ने बुधवार को चिनिया रोड स्थित संजीवनी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर औचक निरीक्षण के दौरान गंभीर अनियमितता पाए जाने पर अल्ट्रासाउंड कक्ष को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया है। एसडीएम ने साफ निर्देश दिया कि जब तक सिविल सर्जन की ओर से समुचित जांच नहीं हो जाती, तब तक इस केंद्र का संचालन प्रतिबंधित रहेगा।

बिना डॉक्टर के जारी था अल्ट्रासाउंड

निरीक्षण के दौरान पाया गया कि सेंटर में अनुज्ञप्ति में दर्ज चिकित्सक कई दिनों से अनुपस्थित हैं, इसके बावजूद अल्ट्रासाउंड कार्य लगातार जारी था। बुधवार को निरीक्षण के वक्त करीब एक दर्जन महिलाएं अल्ट्रासाउंड की बारी का इंतजार कर रही थीं।

जब रिपोर्ट और पर्चियों का मिलान कराया गया, तो बिना डॉक्टर की मौजूदगी में किए गए अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट वर्तमान तिथि और समय की पाई गई, जिससे मामला और भी संदिग्ध हो गया।

स्टाफ नहीं दे सके संतोषजनक जवाब

साइट पर मौजूद स्टाफ यह नहीं बता सके कि अल्ट्रासाउंड किसने किया है। इसके अलावा, यह जानकारी भी सामने आई कि सरकारी अस्पताल की एक महिला चिकित्सक इस केंद्र में निजी रूप से मरीजों को देखती हैं, जो जांच की गंभीरता को और बढ़ाता है।

अगले आदेश तक रहेगा ताला, उल्लंघन पर होगी कड़ी कार्रवाई

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम संजय कुमार ने अल्ट्रासाउंड कक्ष में ताला लगवाया और चाबी क्लीनिक स्टाफ जयेंद्र शंभू के पास सुरक्षित रखने का आदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि जब तक सिविल सर्जन स्तर से समुचित जांच पूरी नहीं हो जाती, इस अल्ट्रासाउंड सेंटर का संचालन पूर्णतः बंद रहेगा। किसी भी प्रकार की उल्लंघन की स्थिति में संचालक और स्टाफ पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।

प्रशासन सख्त, जांच प्रक्रिया शुरू

इस कार्रवाई से मेडिकल क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। अब सिविल सर्जन की ओर से स्वास्थ्य विभागीय टीम जांच कर यह तय करेगी कि यह केंद्र पीसीपीएनडीटी एक्ट और अन्य मेडिकल नियमों का उल्लंघन कर रहा था या नहीं।