मासूम शक्ल और 10 लाख रुपए चूना लगाकर 3 सालों से फरार गौरी मिश्रा ऐसे पुलिस के हत्थे चढ़ी
जिले में कई लोगों को लगा चुकी है चूना
घाटशिला थाने में भी कई मामले दर्ज है इसके खिलाफ
वारंट निकलने के बावजूद मकान बदल बदल कर बच रही थी
गुप्त सूचना के आधार पर सिदगोड़ा पुलिस ने साकची गोलचक्कर से धर दबोचा
जमशेदपुर:मामला कुछ इस प्रकार है गौरी मिश्रा जो सकलदेव मिश्रा की बेटी है और घाटशिला गोपालपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास हंस भवन की रहने वाली है।
परन्तु कुछ सालो से जमशेदपुर सिदगोड़ा थाना अंतर्गत पदमा रोड मकान नंबर 166 में किराये के मकान में रहती थी वहां पड़ोसी सुखिया रोड निवासी ओंकार सिंह की पत्नी कमलजीत कौर से पारिवारिक मित्रता की और ज्यादा घनिष्ठतम होकर फ्लैट खरीदने के लिए पैसे मांगे और धीरे-धीरे दस लाख रुपए ले लिए।उसके बाद हमेशा आज कल बहाना बनाती रही ।बहुत दबाव बनाने पर चेक काट कर दी और अचानक एक रात को बिना बताए घर खाली कर रफू चक्कर हो गई बाद में कमलजीत ने बैंक में चेक जमा किये जो बाउंस हो गया केस किया परंतु किसी भी तारीख में हाजिर नहीं हुई कोर्ट से वारंट निकला जो हमे। इसके बावजूद घर बदल बदल कर गायब रही। इसी बीच कमलजीत कौर पैसे मिलने की आस में उसे फोन करती थी लेकिन वह फोन नहीं उठाती थी और सदमे में 19 दिसंबर 2024 को गुजर गई।
सूत्रों से पता चला घाटशिला थाना मे भी धोखाधड़ी के कई मामले गौरी मिश्रा के खिलाफ घाटशिला थाना में भी दर्ज है। जमशेदपुर में भी कईयों चूना लगा चुकी है परंतु सिद्धगोड़ा थाना प्रभारी रब्बानी को गुप्त सूचना मिली थी कि वह साकची में घूम रही है। इसके बाद सिद्धगोड़ा पुलिस की एक टीम बनाई गई और छापामारी कर उसे धर दबोचा ।
गौरी मिश्रा पकड़े जाने पर गाड़ी में बैठने को तैयार नहीं थी जिसे जबरन महिला पुलिस ने गाड़ी में बैठाया।