गोड्डा: गोड्डा जिले सुंदरपहाड़ी थाना क्षेत्र के डाहुबेड़ा गांव से दर्दनाक खबर आ रही है। जहां पुरानी पानी टंकी के गिरने से उसके मार्वे में तब कर दो बच्चों की मौत हो गई है जबकि तीन बच्चे गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। घटना के बाद कोहराम मच गया है।
बताया जाता है कि दोनों मृतक बच्चे आदिम पहाड़िया जनजाति परिवार के हैं। यह घटना के समय बच्चे गांव में बनी लगभग 30 साल पुरानी सीमेंट की टंकी के नीचे स्नान कर रहे थे।
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि अचानक टंकी का पुराना ढांचा भरभरा कर गिर गया। भारी मात्रा में कंक्रीट और लोहे की रॉड बच्चों पर आ गिरी।
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि अचानक टंकी का पुराना ढांचा भरभरा कर गिर गया। भारी मात्रा में कंक्रीट और लोहे की रॉड बच्चों पर आ गिरी।
ग्रामीणों ने शोर मचाकर बच्चों को मलबे से बाहर निकाला और तुरंत गोड्डा सदर अस्पताल पहुंचाया। घायलों में से एक की स्थिति गंभीर बताई जा रही है, जिसे बेहतर इलाज के लिए भागलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
मृतकों की पहचान 5 वर्षीय मेशा नंद पहाड़िया और 6 वर्षीय धमेंद्र पहाड़िया के रूप में हुई है। घायलों में 4 वर्षीय चंदन पहाड़िया, 5 वर्षीय मेशा पहाड़िया और 5 वर्षीय गौरव पहाड़िया शामिल हैं।
उधर, हादसे की सूचना मिलते ही गोड्डा उपायुक्त अंजलि यादव और पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार तुरंत सदर अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने घायलों का हाल जाना और परिजनों को सरकारी सहायता एवं हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को घटना की जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए। ग्रामीणों ने बताया कि टंकी की नींव कमजोर थी और लंबे समय से मरम्मत की जरूरत थी, लेकिन संबंधित विभाग की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया गया। इस कारण निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं।
उपायुक्त अंजलि यादव ने कहा कि मामले में लापरवाही या तकनीकी खामी पाई गई, तो जिम्मेदार लोगों और विभागीय अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हादसे के बाद डाहुबेड़ा गांव में शोक की लहर है। मृतकों के परिजन स्तब्ध हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पुराने ढांचे की अनदेखी इस भयावह घटना की बड़ी वजह बनी।










