उत्तरकाशी: उत्तरकाशी में पिछले तकरीबन 17 दिनों से सिल्कयारा टनल में फंसे घंटा भेजें 41 मजदूरों उनके परिजनों और देशवासियों के लिए खुशखबरी है। फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए ऑपरेशन अंतिम चरण में है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 22 जवान टनल के अंदर चले गए हैं। सुरंग के अंदर रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने वाला है। प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात की है। टनल के आसपास लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई है आसपास के घरों और रिहायशी इलाकों से लोग अपने छतो से देख रहे हैं। रेस्क्यू टीम के लोगों के चेहरे की चमक बढ़ गई है। लोग खुश दिख रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुरंग के बाहर काफी हलचल बढ़ गई है 41 एंबुलेंस पहुंच गए हैं और एक अस्थाई अस्पताल भी बनाया गया है। एंबुलेंस में पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है।मजदूरों को निकालने के बाद उनके स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। उन्हें सीधे अस्पताल ले जाया जाएगा। गंभीर स्थिति होने पर उन्हें दाखिल किया जाएगा। टनल के बाहर एयर एंबुलेंस भी तैनात है। डॉक्टरों की टीम भी टनल में मौजूद है। एंबुलेंस के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है।
बताया जा रहा है की टनल के अंदर एक और पाइप डालने का काम जारी है। स्ट्रेचर और गद्दे की व्यवस्था की गई है। सुरंग के अंदर ऑक्सीजन सिलेंडर भी भेजा गया है। रस्सी और सीढ़ी भी ले जाई गई है। टनल के अंदर एक एंबुलेंस भेजा गया है उसके बाद दूसरे एंबुलेंस को भेजने की तैयारी चल रही है।
बताया जा रहा है की सबसे पहले ज्यादा उम्र दराज मजदूरों को पहले निकालना का निर्णय एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने लिया है।
बताया जा रहा है कि 55. 3 मीटर खुदाई हो चुकी है जबकि 1.7 मीटर खुदाई होनी बाकी है। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी मौके पर पहुंचने वाले हैं। सीएम पुष्कर धामी ने कहा कि बाबा बौखनाग की कृपा से संभव हो पाया है। रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी लोगों के प्रयास का नतीजा है।