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सिंगरौली: भारत को रेयर अर्थ एलिमेंट्स के क्षेत्र में बड़ी सफलता मिली है। कोयला और खनन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने सोमवार को संसद में जानकारी दी है कि मध्यप्रदेश के सिंगरौली कोलफील्ड्स में इन दुर्लभ खनिजों का बड़ा भंडार मिला हैं। यह खबर ऐसे वक्त आई है जब चीन द्वारा इन खनिजों के निर्यात पर पाबंदी लगाए जाने से दुनियाभर की इंडस्ट्री पर असर पड़ रहा है।

रेयर अर्थ एलिमेंट्स 17 ऐसे तत्वों का समूह है जिनमें स्कैंडियम, इट्रियम और लैंथेनाइड्स शामिल हैं। ये खनिज-इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs), मोबाइल, लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर और विंड एनर्जी टेक्नोलॉजी,डिफेंस सिस्टम जैसे आधुनिक तकनीकों में किया जाता है। आज की तारीख में ये धातुएं किसी भी देश की रणनीतिक ताकत का हिस्सा मानी जाती हैं।

राज्यसभा में दिए गए उत्तर के अनुसार, सिंगरौली कोलफील्ड की गोंडवाना परतों (जैसे कोयला, मिट्टी, शेल, बलुआ पत्थर) में रेयर अर्थ एलिमेंट्स की सांद्रता की जांच के नतीजे उत्साहजनक पाए गए हैं। सरकार की तरफ से दी गई गई जानकारी में कहा गया कि कोयले के नमूनों में 250 ppm तक रेयर अर्थ एलिमेंट्स पाए गए हैं। नॉन-कोल नमूनों में 400 ppm तक रेयर अर्थ एलिमेंट्स पाए गए हैं। हालांकि, इनका व्यावसायिक दोहन तकनीकी प्रगति और लागत-प्रभावशीलता पर निर्भर करेगा। पूर्वोत्तर भारत के कोलफील्ड में भी रेयर अर्थ एलिमेंट्स की जांच की गई है। वहां कुल रेयर अर्थ एलिमेंट्स की मात्रा कम पाई गई है, लेकिन हेवी रेयर अर्थ एलिमेंट्स की मात्रा तुलनात्मक रूप से अधिक है।

सरकार ने यह भी बताया कि इन खनिजों को निकालने के लिए देसी तकनीकों का विकास किया जा रहा है। दो खास तकनीकों पर काम चल रहा है। पहला है फिजिकल सेपरेशन यानी भौतिक तरीके से खनिजों को अलग करना और दूसरा है आयन एक्सचेंज रेजिन तकनीक, जिससे एसिड माइन ड्रेनेज और नॉन-कोल परतों से धातुएं निकाली जा सकेंगी। कोल इंडिया लिमिटेड सिर्फ नए खनन क्षेत्रों पर नहीं, बल्कि पुराने खनन अपशिष्ट यानी माइन वेस्ट पर भी ध्यान दे रही है। इन वेस्ट मैटेरियल्स में भी रेयर अर्थ एलिमेंट्स की मौजूदगी पाई गई है और उन्हें निकालने के लिए अनुसंधान किया जा रहा है।

इस जानकारी के सामने आने के बाद उद्योग जगत और सरकार दोनों में उत्साह का माहौल है। सिंगरौली कोलफील्ड की यह नई पहचान भारत के खनिज संसाधनों के लिए एक नया अध्याय साबित हो सकती है। आने वाले समय में इस दिशा में और भी महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं।

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