नई दिल्ली:- स्वच्छता अभियान के तहत मोदी सरकार ने कबाड़ बेचकर 1163 रुपए की कमाई की है। जोकि दो चंद्रयान मिशन के खर्चे के बराबर है, एक मिशन पर 600 करोड़ रूपए खर्च हुए थे। इस लिहाज से इस राशि में दो मिशन आसानी से पूरे किए जा सकते है। हर साल इसी तरह सरकारी विभाग पुरानी चीजों, फाइलों और कागजों को बेचकर कमाई करती हैं। जीरो स्क्रैप मिशन के तहत स्क्रैप का निपटान अभियान चलाया जा रहा है। सभी मंडलों और कारखानों में पड़े बेकार स्क्रैप आइटम्स को इकट्ठा कर बेचा जा रहा है और बड़े स्तर पर राजस्व की प्राप्ति की जा रही है।
इसमें सबसे ज्यादा कमाई रेल मंत्रालय की हुई है, उसने कबाड़ बेचकर 225 करोड़ रुपये इसी साल कमाए हैं। इसके अलावा, रक्षा मंत्रालय ने 168 करोड़ रुपये, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने 56 करोड़ रुपये और कोयला मंत्रालय ने 34 करोड़ रुपये कमाए हैं। इतना स्क्रैप बेचे जाने के बाद से कोयला मंत्रालय में 66 लाख वर्ग फुट, भारी उद्योग मंत्रालय में 21 लाख वर्ग फुट और रक्षा मंत्रालय में 19 लाख वर्ग फुट जगह खाली हो गई है। बताया गया है कि इन खाली जगहों का इस्तेमाल अब कई दूसरे कामों में किया जाने लगा है।