उत्तरप्रदेश:- इंसानियत को शर्मसार करने वाली यह वारदात किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के पास से शुरू हुई। एक सरकारी अफसर की 18 वर्षीय बेटी अपने ड्राइवर के साथ 5 दिसंबर को कॉलेज के लिए निकली। काॅलेज से आने के बाद टैक्सी से केजीएमयू अस्पताल गई, जहां उसे डाॅक्टर से स्वास्थ्य संबंधी मामले में मुलाकात करनी थी। अस्पताल में जानें से पहले लड़की ने अपना मोबाइल फोन अस्पताल के ही बाहर एक चाय का ठेला लगाने वाले शख्स, सत्यम को चार्ज करने के लिए दे दिया।
अस्पताल से निकलने के बाद जब पीड़ित लड़की ने सत्यम से फोन की मांग की। तब सत्यम ने कहा कि उसने फोन को एक एंबुलेंस में चार्ज करने के लिए लगाया था, एंबुलेंस अभी डालीगंज में है, फोन लेने के लिए डालीगंज जाना पड़ेगा। इसके बाद पीड़ित लड़की, सत्यम के साथ ई-रिक्शा में बैठकर डालीगंज गई, जहां उसे उसका फोन मिल गया।
इसी दौरान सत्यम ने अपने दो साथियों को कार से बुला लिया और पीड़ित लड़की को घर छोड़ने के बहाने कार में बैठा लिया। सत्यम और उसके साथी फैज़ाबाद रोड़ की तरफ जाने लगे तो लड़की ने कार वापस मोड़ने को कहा। इसके बाद तीनों आरोपी उसे पीटने लगे और कार में ही बारी-बारी दुष्कर्म करते रहे।
करीब सात घंटे तक दरिंदे, लड़की को लेकर सड़कों पर घूमते रहे और इस दौरान लड़की का वीडियो भी बनाया। रात करीब साढ़े बारह बजे दरिंदे, लड़की को एक पुलिया के पास फेंककर फरार हो गए। इसके बाद पीड़ित लड़की ने अपनी एक सहेली से फोन पर संपर्क किया और उसके घर गयी। इसके बाद पीड़ित लड़की अपने घर पहुंची।
घर पहुंचकर पीड़ित लड़की ने किसी को भी घटना के बारे में जानकारी नहीं दी। वारदात का उसकी मानसिक स्थिति पर गहरा असर पड़ा था। जब उसकी स्थिति थोड़ी बेहतर हुई तब अपनी मां को रो-रोकर घटना की जानकारी दी। वजीरगंज पुलिस ने गैंगरेप, अपहरण समेत अन्य धाराओं में आरोपियों के खिलाफ रविवार को प्राथमिकी दर्ज किया।
पुलिस ने सोमवार को सत्यम और वारदात में शामिल दोनों साथियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों के नाम क्रमशः सत्यम, मोहम्मद सुहैल और मोहम्मद असलम अनवर है।
18 साल पहले, इसी वारदात की तरह ‘आशियाना कांड’ सामने आया था। आशियाना इलाके में समाजवादी पार्टी नेता और पूर्व एमएलसी अरुण शुक्ला ‘अन्ना’ के भतीजे गौरव शुक्ला ने पांच साथियों के साथ, नाबालिग लड़की को कार में खींचकर चलती कार में 5 घंटे तक गैंगरेप किया था।