रांची:- महिला बाल विकास और सामाजिक सुरक्षा विभाग सरकार का एकमात्र ऐसा विभाग है जो पूरी तरह से न सिर्फ़ महिलाओं और बच्चों के लिए काम करता है वरन् इसमें कार्य करने वाले पदाधिकारियों कर्मचारियों में अधिकांश संख्या महिलाओं की है।
परंतु कार्य का बोझ और उसका दायित्व ऐसा होता है कि जो महिलाएँ पूरे समाज में बच्चों के पालन पोषण और देख रेख के संबंध में जागरूकता फैला रही थीं कहीं न कहीं उनके ख़ुद के बच्चे अपनी मांओं के प्यार सम्हार से वंचित हो रहे थे। वे समाज में मांओं को जानकारी देती हैं कि बच्चों को छह माह तक सिर्फ़ और सिर्फ़ स्तनपान करायें और दो साल तक ऊपरी आहार के साथ साथ स्तनपान भी जारी रखें लेकिन नौकरी की मजबूरियों ने उनके अपने बच्चों को ही इस अधिकार से वंचित रखा था। बच्चे के मुश्किल दिन हों या परीक्षा पढ़ाई से संबंधित परेशानियां, हमारे जैसी कामकाजी मांओं के बच्चे अक्सर अकेले पड़ जाते हैं। हमारी बहुत पुरानी माँग थी कि हमें भी ममता का कर्तव्य निभाने का अधिकार मिले और हम भी अपने बच्चों के मुश्किल क्षणों को साझा करने में समर्थ हों सकें।
हम झारखंड की वर्तमान सरकार के बहुत बहुत आभारी हैं कि उन्होंने हमारी इतनी पुरानी मांग को पूरा किया। इसी सरकार ने आंगनवाड़ी सेविकाओं सहायिकाओं की भी मानदेय में बढ़ोतरी की माँग भी मानी, हर साल उसमें वार्षिक वृद्धि का भी प्रावधान किया, उनके जीवन बीमा और आश्रितों को अनुकंपा पर नौकरी का लाभ भी दिया है । आंगनवाड़ी केंद्रों पर भी बच्चों को गरम कपड़े, स्वेटर, टोपी आदि दिया। अब स्कूल ड्रेस बैग आदि भी देने जा रही है तो इससे आँगनबाड़ी केंद्र भी प्राइवेट प्ले स्कूल की तरह बच्चों को सम्मान के साथ पढ़ाने लायक़ हो जाएँगे और सेविका, सहायिका को भी सम्मान मिलेगा। इन सब कल्याणकारी कार्यों से हमारा पूरा कैडर बहुत प्रसन्न और उत्साहित है। हमारा विश्वास है कि माननीय मुख्यमंत्री के इस फ़ैसले से ना सिर्फ़ महिला कर्मियों का जीवन आसान होगा बल्कि वे और समर्पण से अपने दायित्वों का भी निर्वहन कर सकेंगे। इसलिए सारे विभाग के महिला कार्यबल की और से माननीय मुख्यमंत्री का धन्यवाद ज्ञापन किया गया। इसमें विभाग में हर स्तर पर कार्यरत महिलाएं जैसे सहायक निदेशक, विभिन्न ज़िलों के ज़िला समाज कल्याण पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, महिला पर्यवेक्षिकाएं और सेविकाएं भी शामिल हुईं और ढोल नगाड़ों के साथ नाच गा कर धन्यवाद ज्ञापन दिया तथा अबीर गुलाल उड़ा कर इस फ़ैसले का स्वागत किया और मिठाईयां भी बांटी। धन्यवाद ज्ञापन के लिए सहायक निदेशक कंचन सिंह, ज़िला समाज कल्याण पदाधिकारी लातेहार अलका हेमब्रोम, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी नीलिशा कुमारी , महिला पर्यवेक्षिकाएं रागिनी सिन्हा, नेहा, सिंगरेन, वहीदा, सबा, निशांत, दिव्या, संयुक्ता, ज्योति, रश्मि, सुमन कोरिया एवं बड़ी संख्या में सेविकाएं सम्मिलित हुईं।