Fauja Singh Dies: सबसे उम्रदराज मैराथन धावक और दिग्गज फौजा सिंह का सोमवार को 114 वर्ष की आयु में एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया। सड़क पार करते समय, उनके गांव बियास में एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी।
फौजा सिंह सोमवार दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे अपने गांव बियास पिंड के पास पठानकोट-जालंधर नेशनल हाईवे के किनारे सैर करने निकले थे। टक्कर मारने वाला चालक वाहन लेकर मौके से फरार हो गया। ब्यास पिंड के ही कुछ युवकों ने फौजा सिंह को सड़क किनारे घायल अवस्था में पाया और उन्हें उपचार के लिए जालंधर के श्रीमन अस्पताल ले गए। वहां पर उपचार के दौरान शाम करीब साढ़े छह बजे उनका निधन हो गया।
89 साल की उम्र में कठिनाईयों को दूर करने के लिए फौजा सिंह ने धावक बनने का फैसला किया, जिसके बाद उन्होंने अलग-अलग आयु वर्ग में कई रिकॉर्ड भी स्थापित किए। 2011 में उन्होंने टोरंटो मैराथन में भाग लेकर दुनिया भर में सुर्खियां बटोरीं और सबसे उम्रदराज मैराथन धावक के रूप में पहचान बनाई। हालांकि जन्म प्रमाण पत्र न होने के कारण उनका नाम आधिकारिक तौर पर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज नहीं हो सका। लंदन 2012 ओलंपिक के मशालवाहक, फौजा सिंह ने 101 वर्ष की आयु में हांगकांग में अपनी आखिरी लंबी दूरी की प्रतिस्पर्धी दौड़ पूरी करने के बाद संन्यास ले लिया, जहां उन्होंने 10 किमी की दौड़ 1 घंटा 32 मिनट और 28 सेकंड में पूरी की थी। मूल रूप से पंजाब के एक किसान और लंबी दूरी के धावक को 100 साल की उम्र में फुल मैराथन पूरी करने वाले सबसे अधिक उम्र का व्यक्ति माना जाता है।
फौजा सिंह ने 100 मीटर 23.14, 200 मीटर 52.23, 400 मीटर 2:13.48, 800 मीटर 5:32.18, 1500 मीटर 11:27.81, एक मील 11:53.45, 3000 मीटर 24:52.47 और 5000 मीटर दौड़ 49:57.39 समय में पूरी की है। एक दिन में उन्होंने अपने आयु वर्ग में पांच विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं।