गुमला: जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला शिक्षा अधीक्षक नूर आलम खां की अध्यक्षता में बुधवार (19 जून) को एस एस प्लस टू बालक उच्च विद्यालय गुमला के सभागार में मादक द्रव्यों के दुरुपयोग को रोकने हेतु जिला स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

राज्य स्तर से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुरूप आयोजित इस कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि नशा एक गंभीर समस्या है, जिसकी चपेट में सबसे अधिक किशोरावस्था के स्कूली बच्चे आते हैं। उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि वे कक्षा 9 से 12 के छात्रों पर विशेष ध्यान दें और उनकी काउंसिलिंग करें। उन्होंने यह भी कहा कि यदि विद्यालय परिसर के आस-पास मादक द्रव्यों या अन्य नशीले पदार्थों की विक्रय संबंधी कोई संदिग्ध जानकारी मिलती है, तो तुरंत उच्च अधिकारियों को सूचित करें।

गुरु गोष्ठी और शिक्षकों की बैठकों में इस विषय को गंभीरता से लेते हुए नियमित मॉनिटरिंग की जानी चाहिए। कार्यशाला में 18 से 26 जून तक विभागीय रूप से निर्धारित दैनिक गतिविधियों की जानकारी दी गई।
ए.डी.पि.ओ ने कहा शिक्षकों को अपने क्षेत्र में निगरानी रखते हुए मादक द्रव्यों सहित अन्य नशीले पदार्थों की उपलब्धता और विक्रय को रोकने के लिए उचित कदम उठाने और आवश्यकता अनुसार प्रशासन का सहयोग प्राप्त करने के निर्देश दिए गए।
