हजारीबाग: जिले से एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है। सीसीएल की उरीमारी परियोजना में शनिवार देर रात करीब 10:30 बजे आउटसोर्सिंग खुली खदान में बड़ा हादसा हो गया। खदान की दीवार अचानक गिर गई, जिसकी चपेट में आकर एक डंपर दब गया। इस हादसे में डंपर में सवार दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया।
मृतकों की पहचान प्राइवेट डंपर ऑपरेटर 30 वर्षीय सुनील यादव और डंप मैन 50 वर्षीय राजू पासवान के रूप में की गई है। हादसे के बाद खदान क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। बताया जा रहा है कि रात का समय, घना कोहरा और अंधेरा होने के कारण राहत एवं बचाव कार्य में भारी कठिनाई आ रही है। इसी वजह से अब तक दोनों शवों को खदान से बाहर नहीं निकाला जा सका है।
वहीं हादसे में घायल एक मजदूर को तत्काल भुरकुंडा स्थित सीसीएल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज जारी है। डॉक्टरों के अनुसार घायल की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
घटना के बाद खदान में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय लोगों और मजदूरों का आरोप है कि खदान में सुरक्षा मानकों का ठीक से पालन नहीं किया जा रहा था। हाई वॉल के कमजोर होने की आशंका पहले से थी, बावजूद इसके काम जारी रखा गया, जो इस बड़े हादसे की वजह बना।
मजदूरों का आक्रोश, काम ठप
हादसे से आक्रोशित मजदूरों और स्थानीय लोगों ने उरीमारी परियोजना की आउटसोर्सिंग खुली खदान के साथ-साथ विभागीय खुली खदान का काम पूरी तरह ठप कर दिया है। इसके अलावा कोयला ढुलाई भी बंद कर दी गई है। मजदूर मुआवजे, दोषियों पर कार्रवाई और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की मांग कर रहे हैं।
जांच की मांग
घटना की सूचना मिलते ही प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। हालांकि मजदूरों का कहना है कि जब तक मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा और भविष्य की सुरक्षा का भरोसा नहीं दिया जाता, तब तक काम शुरू नहीं किया जाएगा। अब सबकी नजर प्रशासन और सीसीएल प्रबंधन के अगले कदम पर टिकी हुई है।














