सिसई (गुमला): 04 अप्रैल 2025 झारखंड चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ, प्रखंड शाखा सिसई के तत्वावधान में शुक्रवार को रेफरल अस्पताल परिसर में एक दिवसीय धरना दिया गया। इसमें स्वास्थ्यकर्मियों ने सुरक्षा की गारंटी सहित अन्य मांगों को लेकर आवाज बुलंद की।
धरना में उपस्थित कर्मियों ने बताया कि 19 मार्च 2025 को अस्पताल के प्रधान लिपिक दिलीप उरांव के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। उन्हें अभद्र भाषा में गाली-गलौज की गई और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई। इस घटना के विरोध में स्वास्थ्यकर्मियों ने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की।
धरने में झारखंड स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के विभिन्न पदाधिकारी शामिल हुए, जिनमें सुनीता लकड़ा, संकल्प गोपाल सिंह, अजीत उरांव, मीना बड़ाईक, पुष्पा केरकेट्टा, रमेश कुजूर, सहित कई अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।
संघ ने निम्नलिखित प्रमुख मांगें रखीं:
1. प्रधान लिपिक जितवाहन उरांव के साथ हुई घटना में शामिल दोषियों पर प्राथमिक दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए।
2. अस्पताल परिसर में 24×7 पुलिस बल की तैनाती कर स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
3. जितवाहन उरांव का स्थानांतरण नहीं किया जाए, बल्कि उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए।
4. यदि मांगें नहीं मानी गईं, तो कर्मचारी संघ उग्र आंदोलन करेगा।
संघ के प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र आवश्यक कदम नहीं उठाए गए, तो राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा।