जड़ी बूटी दिवस के उपलक्ष में पतंजलि योग परिवार सिसई के द्वारा जड़ी बूटी वितरण समारोह का किया गया आयोजन
झारखण्ड वार्ता:-मदन साहु
सिसई:- पतंजलि योग परिवार सिसई के योग प्रचारक सह योग गुरु गजराज महतो के द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय विद्यालय सिसई के प्रांगण में रविवार को जडी़- बूटी दिवस मनाया गया।
पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के आचार्य बालकृष्ण के जन्म दिवस के अवसर पर जड़ी बूटी दिवस कार्यक्रम का आयोजन कर औषधीय पौधों का वितरण किया गया। सर्वप्रथम भारत माता के तस्वीर पर उत्तरी जिला परिषद सदस्य विजय लक्ष्मी कुमारी, उर्वशी देवी रानी, मुकेश श्रीवास्तव डेविड, रोहित शर्मा, मनोज वर्मा, मदन साहु, योग गुरु गजराज महतो ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर व पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
मंच का संचालन करते हुए योग गुरु गजराज महतो ने छात्रावास के विद्यार्थियों और अतिथियों को नीम, गिलोय अमृता, एलोवेरा, करी पता, पथल चट्टा सहित दर्जनों औषधीय पौधों के लाभकारी गुणों का विस्तार से जानकारी दिया ।
इसी तरह गिलोय के काढा़ के सेवन करने से वायरल बुखार से लेकर मलेरिया, टायफायड, डेंगू, चिकेन गुनियां रोग ठीक हो जाती है। बल्ड मे प्लेटलेट्स की बढ़ोतरी होती है। इसी तरह आंवला, पत्थर चट्टा, मीठा नीम, मोरिंगा, के सेवन की विधि की विस्तृत जानकारी दिए। और मानव शरीर में होने वाले विभिन्न रोगों को ठीक होने की बात कही।
15 जूलाई से 15 अगस्त तक इन औषधीय पौधों को अपने घर, आंगन, खेत खलिहानों के अगल- बगल लगाकर व संरक्षण करने का अपील भी किए। योग गुरु ने कहा अंग्रेजी दवाओं पर कम आश्रित रहकर बिना पैसे खर्च रोगों को ठीक करना है और ऋषि मुनियों के अपने भारत देश को रोग मुक्त कर स्वास्थ्य के क्षेत्र में दुनियाँ में सबसे उपर लाना है। इसके निमित सभी लोग योग व आयुर्वेद को अपनाऐं।
जिप सदस्य लक्ष्मी कुमारी ने अपने संबोधन में कहा कि हमें अगर स्वस्थ, निरोगी होना है तो रोज सुबह आधा घंटा योग, आसन, प्राणायाम के लिए समय निकालें और सपरिवार योगासन कर अपने तन- मन को निरोग करें। विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष उर्वशी देवी रानी ने कहा कि भारत देश में ऋषि मुनि लोग निवास करते थे और पहाड़ों में मिलने वाले घास फूस को जड़ी बूटी मानकर गंभीर बीमारियों का इलाज करते थे। आज की युवा पीढ़ी पढ़ लिखकर अंग्रेजी दवा पर निर्भर हैं।
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