रांची: नक्सलियों के मुठभेड़ में मारे जाने के विरोध में भाकपा (माओवादी) संगठन ने बुधवार, 15 अक्तूबर को झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और असम में बंद का आह्वान किया है। बंद के ऐलान के बाद से रेलवे प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं।
चक्रधरपुर रेल मंडल और हावड़ा–मुंबई रेलमार्ग पर आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। करमपदा, चाईबासा, चांडिल और मनोहरपुर सहित संवेदनशील इलाकों में सीआरपीएफ की चार कंपनियां तैनात की गई हैं। जवानों को बुलेटप्रूफ जैकेट से लैस कर गश्त बढ़ा दी गई है ताकि ट्रेनों और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
मंगलवार देर रात से ही चक्रधरपुर मंडल क्षेत्र में लाइट इंजन के जरिये लाइन पेट्रोलिंग शुरू कर दी गई। साथ ही, सभी प्रमुख स्टेशनों, केबिनों और यार्ड क्षेत्रों में आधुनिक संसाधनों से लैस जवान तैनात हैं। रेलवे की ओर से सूचना प्रसारण पर विशेष जोर दिया जा रहा है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत जानकारी उच्च अधिकारियों तक पहुंचाई जा सके।
आरपीएफ के कई अधिकारियों को अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बलों की निगरानी कर रहे हैं और आवश्यक सहयोग दे रहे हैं।
गौरतलब है कि इसी साल अगस्त में नक्सली बंद के दौरान करमपदा के पास रेल लाइन पर विस्फोट हुआ था, जिसमें एक रेलकर्मी की मौत हो गई थी और इस मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन दो से तीन दिनों तक बाधित रहा था।
खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार, नक्सल बंद के दौरान संगठन द्वारा विस्फोट करने, जवानों पर हमला करने और रेल परिचालन बाधित करने की आशंका जताई गई है। इसको देखते हुए रेलवे पूरी तरह सतर्क है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, और बंद के दौरान किसी भी परिस्थिति में रेल संपत्ति या जनहानि न हो, इसके लिए सभी स्तर पर निगरानी रखी जा रही है।
नक्सलियों के 5 राज्य बंद के मद्देनजर चक्रधरपुर रेल मंडल में हाई अलर्ट, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी












