संवाददाता ꫰ रामप्रवेश गुप्ता
महुआडांड (लातेहार) : संत जेवियर महाविद्यालय,महुआडांड, में बृहस्पतिवार को हिंदी विभाग की ओर से हिंदी दिवस का आयोजन किया गया। हिंदी विभाग के विद्यार्थियों के संयुक्त तत्वाधान में इस कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन और मंचन किया गया। इस कार्यक्रम के पावन अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० फादर एम के जोस तथा हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष अभय सुकुट डुंगडुंग एवं सहायक प्राध्यापक तथा प्राध्यापिकाओं ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। हिंदी विभाग के विद्यार्थियों ने स्वागत भाषण एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया तथा प्राचार्य एवं सभी शिक्षक – शिक्षिकाओं को पुष्पगुच्छ देकर सम्मान दिया।



इस अवसर पर हिंदी विभाग के विद्यार्थियों ने भारतेंदु द्वारा रचित ‘अंधेर नगरी चौपट राजा’ नाटक का मंचन भी किया। इस नाटक के माध्यम से विद्यार्थियों ने यह बतलाया कि ज्ञानी होना सबसे बड़ा धन है अगर आप धन दौलत संपत्ति होने के बावजूद अज्ञानी हैं तो सब कुछ व्यर्थ है, यह जीवन ही व्यर्थ है। अतः शिक्षा के माध्यम से ज्ञान अर्जित करना अत्यावश्यक है। डॉ० फादर एम के जोस ने ‘हिंदी भाषा का महत्व, संचार में इसका स्थान एवं प्रौद्योगिकी में हिंदी की महत्ता पर न सिर्फ प्रकाश डाला बल्कि इसकी उपयोगिता को बढ़ावा देने और भविष्य में हिंदी के प्रयोग पर बल देने पर भी जोर दिया। हिंदी शिक्षण एवं शिक्षा में कंप्यूटर के महत्व पर भी अपने विचार रखें तथा पत्राचार एवं संप्रेषण में हिंदी कितनी जरूरी है इस पर भी विचार विमर्श किया।’ हिंदी विभाग की छात्रा दिव्या लकड़ा ने विस्तारपूर्वक हिंदी दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला साथ ही हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष अभय सुकुट डुंगडुंग ने हिंदी दिवस के अवसर पर हिंदी के प्रचार-प्रसार के बारे में विस्तारपूर्वक अपने विचार व्यक्त किए। मंच संचालन अनुज लकड़ा, अंशु ने किया। धन्यवाद ज्ञापन पिंकी केरकेट्टा के द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से फादर डॉ० समीर टोप्पो, कैसलीन जूलियट, फादर डॉ० राजीप, जाफर इकबाल, रीमा रेणु, प्यारी कुजुर, खुर्शीद खान, अमृत मिंज, मैक्सन्टियस कुजुर आदि समेत अन्य गणमान्य प्रोफेसर एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी भी उपस्थित थे।