गुमला: पालकोट अंतर्गत प्राचीन मां दशभुजी महारानी मंदिर स्थित भगवान श्री जगन्नाथ महाप्रभु मंदिर, ब्राह्मण मुहल्ला स्थित भगवान श्री जगन्नाथ महाप्रभु अटल बली मंदिर, कंसारी मुहल्ला स्थित भगवान जगन्नाथ महाप्रभु मंदिर से भगवान श्री जगन्नाथ महाप्रभु,बहन सुभद्रा,भाई बलभद्र की प्रतिमा को रथ में बैठाकर भव्य रुप से राजा मैदन में रथयात्रा निकाली गयी।
प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी पालकोट राजा बड़ालाल गोविंद नाथ शाहदेव,लाल दामोदर नाथ शाहदेव,लाल ऋषि नाथ शाहदेव,युवराज लाल राम मनोहर नाथ शाहदेव, युवराज लाल देवब्रत नाथ शाहदेव ने श्री जगन्नाथ महाप्रभु मंदिर से भगवान श्री जगन्नाथ महाप्रभु, बहन सुभद्रा, भाई बलभद्र को अपने कंधे में बिठाकर आकर्षक रुप से सुसज्जित रथ में लाकर विराजमान किया। इसके बाद भगवान श्री जगन्नाथ महाप्रभु के जयकारों के साथ पालकोट राजा मैदान में रथयात्रा निकाली गयी।
भगवान श्री जगन्नाथ महाप्रभु, बहन सुभद्रा, भाई बलभद्र के रथ को पालकोट राजा बड़ालाल गोविंद नाथ शाहदेव, लाल दामोदर नाथ शाहदेव, लाल ऋषि नाथ शाहदेव, युवराज लाल राम मनोहर नाथ शाहदेव, युवराज लाल देवब्रत नाथ शाहदेव ने खिंचा।इनके साथ साथ सैंकड़ों श्रद्धालु भक्तों ने भी भगवान श्री जगन्नाथ महाप्रभु,बहन सुभद्रा,भाई बलभद्र के रथ को खिंचा और रथ को मौसीबाडी तक पहुंचाया।
भगवान श्री जगन्नाथ महाप्रभु,बहन सुभद्रा,भाई बलभद्र का रथ के आगे-आगे, राज परिवार के लोग उसके पिछे कंसारी कीर्तन मंडली के लोग घंट और मृदंग के थाप पर थिरकते हुये कीर्तन-भजन करते-करते चल रहे थे। इस के साथ सभी श्रद्धालुओं ने भगवान श्री जगन्नाथ महाप्रभु बहन सुभद्रा भाई बलभद्र के रथ को खिंचा और पुण्य के भागी बनें।
सभी भक्तों ने भगवान श्री जगन्नाथ महाप्रभु, बहन सुभद्रा, भाई बलभद्र के रथ को खिंचकर मौसीबाडी तक पहुंचाया। इस अवसर पर राजा मैदान में मेला का भी आयोजन किया गया। जहां हजारों की संख्या में लोगों ने शिरकत कर मेला में लगने वाले विभिन्न तरह की मिठाईयां एवं खेल खिलौने आदी के दुकानों में जमकर खरीदारी की और मेले का आनंद उठाया।
रथयात्रा में पालकोट राजा बड़ालाल गोविंद नाथ शाहदेव,लाल दामोदर नाथ शाहदेव,लाल ऋषि नाथ शाहदेव,युवराज लाल राम मनोहर नाथ शाहदेव,युवराज लाल देवब्रत नाथ शाहदेव,जगन्नाथ महाप्रभु मंदिर के मुख्य पुजारी राधामोहन देवघरिया,प्राचीन मां दशभुजी महारानी मंदिर के मुख्य पुजारी जगन्नाथ मिश्रा सहित हजारों की संख्या में महिला-पुरुष,युवक-युवतियां श्रद्धालु शामिल हुए।