रांची: जनसेवा और देशसेवा की कसौटी पर नाकाम साबित हुई बीजेपी राज्य की जनता द्वारा नकारे जाने से विचलित हो गई है। यही कारण है कि विकास के मुद्दों से भटककर बीजेपी जात-पात और धर्म के इर्द-गिर्द सिमटकर देश में अमन-चैन और भाईचारे के माहौल को नुकसान पहुँचाकर सत्ता की कुर्सी पर पहुंचना चाहती है।
उक्त आरोप कांग्रेस अल्पसंख्यक महानगर अध्यक्ष हुसैन खान ने पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगाया। वे हटिया से बीजेपी विधायक नवीन जायसवाल द्वारा इलाही नगर में वर्षों से बसे एक विशेष वर्ग को लेकर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
हुसैन खान ने कहा कि यदि इलाही नगरवासी रोहिंग्या या बांग्लादेशी हैं, तो नवीन जायसवाल को नैतिकता के आधार पर इस्तीफ़ा दे देना चाहिए, क्योंकि यही इलाही नगर और अल्पसंख्यक समाज था, जिसने उन्हें राज्य की सबसे बड़ी पंचायत (विधानसभा) में भेजने का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने कहा कि जायसवाल जी को यह भी याद रखना चाहिए कि जब वे बीजेपी विरोधी जेवीएम के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे, तब इलाही नगर की गलियों-मोहल्लों में ही समर्थन मांगते नहीं घूम रहे थे?
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि दरअसल, हटिया में अपनी ज़मीन खिसकती देख नवीन जायसवाल बौखलाहट में अनाप-शनाप बयानबाज़ी कर सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं। हुसैन खान ने सवाल उठाया कि सरहद की हिफ़ाज़त और घुसपैठ रोकने की ज़िम्मेदारी किसकी है? क्या यह जिम्मेदारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की नहीं है? अगर है तो वे उनसे सवाल क्यों नहीं पूछते?
हुसैन खान ने नवीन जायसवाल को नसीहत देते हुए कहा कि झारखंड में अमन, एकता और भाईचारे के माहौल में ज़हर घोलने का काम न करें, वरना जनता उन्हें सबक सिखाने से पीछे नहीं हटेगी।
जनता की कसौटी पर नाकाम नवीन जायसवाल बौखलाहट के शिकार : हुसैन खान

