मुर्शिदाबाद: पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद के बेलडांगा कस्बे में ‘बाबरी’ नाम की मस्जिद के निर्माण की घोषणा के बाद एक नई विवादास्पद घटना सामने आई है। तृणमूल कांग्रेस (TMC) के विधायक हुमायूं कबीर ने इस मस्जिद के निर्माण को लेकर एक वीडियो में धमकी दी है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
वीडियो में विधायक हुमायूं कबीर कहते हुए नजर आ रहे हैं, “अभी मुस्लिम जनसंख्या 37% है, बाबरी मस्जिद बनने तक यह 40% तक पहुंच जाएगी। हम देखेंगे कि कौन हमें रोकने की हिम्मत करता है।” उनका कहना है कि राज्य में मुस्लिम जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है, और उनका लक्ष्य मस्जिद के निर्माण के दौरान इसे और बढ़ाना है।
कबीर ने आगे कहा, “अगर इस दौरान हमारे 100 लोग मारे जाते हैं, तो हम भी तय करेंगे कि दूसरी तरफ के 500 लोग मारे जाएं। यह हमारी चुनौती है।” इस धमकी के साथ ही उन्होंने यह भी कहा, “यह अयोध्या नहीं है, यह मुर्शिदाबाद है। अगर कोई इस मस्जिद को छूने की हिम्मत करता है तो हम उन्हें दिखा देंगे कि हम क्या कर सकते हैं।”
इतना ही नहीं, विधायक ने यह भी दावा किया कि अगर किसी ने उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश की तो वे सिर कलम करने तक की कार्रवाई करेंगे।
वीडियो के वायरल होने के बाद बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि TMC विधायक ने धार्मिक उकसावे और वोट बैंक की राजनीति के तहत इस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है। बीजेपी ने यह भी कहा कि इस तरह की धमकियाँ समाज में और अधिक ध्रुवीकरण पैदा करने का काम करती हैं।
मुर्शिदाबाद जिले की मुस्लिम आबादी लगभग 70% है, और हुमायूं कबीर ने इसी जनसंख्या को बाबरी मस्जिद के निर्माण के संदर्भ में प्रमुखता से उल्लेख किया। उनका यह बयान एक तरह से शक्ति प्रदर्शन की कोशिश माना जा रहा है, जिसमें वे यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि मुस्लिम समुदाय अपने अधिकारों के लिए तैयार है और किसी भी विरोध को सहन नहीं करेगा।
इस मुद्दे को लेकर अब राजनीति गर्मा गई है, और राज्य के विभिन्न राजनीतिक दलों ने इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। टीएमसी विधायक के इस बयान ने धार्मिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से एक नई बहस को जन्म दिया है, जो आने वाले दिनों में और भी व्यापक हो सकती है।
हालांकि टीएमसी ने अपने विधायक के बयान से किनारा कर लिया और कहा है कि यह उनका निजी बयान है। बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा है कि कुछ दिन पहले ही हुमायूं कबीर बांग्लादेश गए थे। उन्होंने कहा कि अब खुफिया एजेंसियों को जांच करनी चाहिए कि वह बांग्लादेश क्यों गए थे और किससे मिले थे।














