शुभम जायसवाल
श्री बंशीधर नगर (गढ़वा):– पूज्य संत श्री श्री 1008 श्री लक्ष्मी प्रपन्न जियर स्वामी जी महाराज ने श्रीमद् भागवत कथा के दौरान सोमवार को कहा की शास्त्र में बताया गया है कि दुनिया में एक हीं भगवान हैं शालिग्राम। ये भगवान का कभी प्राण, प्रतिष्ठा नही किया जाता है। बाकी जितने भी मनुष्य द्वारा मुर्ति की स्थापना की जाती है। प्राण प्रतिष्ठा की जाती है। यदि दो चार दिन भोग न लगे तो फिर से प्राण प्रतिष्ठा करीए। नही तो ऐसे बिना प्राण प्रतिष्ठा, बिना प्रतिष्ठित मुर्ति की पूजा करने से शोक होता है। भय होता है। अनेक प्रकार के यश कृति का समापन होता है, अपयश होता है। अतः नही करना चाहिए। जो खंडित मुर्ति हो उसका भी पूजा नही करना चाहिए। अन्यथा भय, शोक, उपद्रव, अशांति होता है।
