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झारखंड वार्ता (हजारीबाग)

हजारीबाग:-राष्ट्रीय आदिवासी छात्र संघ के महासचिव विक्की कुमार धान के नेतृत्व में शुक्रवार को एक प्रतिनिधिमंडल विनोबा भावे विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति सुमन कैथरीन किस्पोट्टा से मुलाकात करने पहुंचा, लेकिन कुलपति ने मिलने से इंकार कर दिया, जिससे आदिवासी छात्रों में गहरी नाराज़गी है। वहीं प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य विश्वविद्यालय में आदिवासी छात्रों की समस्याओं को उठाना और विश्वविद्यालय लॉ कॉलेज में एलएलएम नामांकन से संबंधित अधिसूचना जारी करने के मुद्दे पर चर्चा करना था।

छात्रों का कहना है कि कुलपति से मिलने का इंतजार किया गया, लेकिन अंततः मुलाकात नहीं हो सकी। जब छात्रों ने बात करने की कोशिश की, तो कुलपति ने उन्हें डांट दिया, जिससे छात्रों में निराशा और गुस्सा फैल गया। स्थिति तब और बिगड़ गई जब रजिस्ट्रार ने भी छात्रों की समस्याओं पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

अंततः आवेदन कार्यालय में रिसीव कराया गया। राष्ट्रीय आदिवासी छात्र संघ ने चेतावनी दी है कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की समस्याओं का समाधान नहीं करता है, तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। आदिवासी छात्रों का आरोप है कि जहां एक ओर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आदिवासी हित की बात करते हैं, वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन आदिवासी छात्रों के साथ भेदभाव कर रहा है।

By JV

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