विशेष समारोह में बच्चों ने दी कई प्रस्तुतियां
“बाल विवाह” और “अंधेर नगरी चौपट राजा” का किया गया मंचन
जमशेदपुर :पोटका प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय, टांगराईन में बेंगलुरू की एक स्वयंसेवी संस्था औसेट के सहयोग से बने तीन अत्याधुनिक वर्ग कक्ष एवं एक शौचालय यूनिट का विधिवत उद्घाटन प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी विनय कुमार दुबे के द्वारा, संस्था औसेट के अधिकारियों, क्षेत्र के शिक्षाविदों ,समाजसेवियों, सेवानिवृत शिक्षकों, ग्राम प्रधानों, जमीनदाताओं, अभिभावकों ,शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं के गरिमामय उपस्थित में फीता काट कर किया गया। उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी विनय कुमार दुबे के साथ-साथ सभी अतिथियों को विद्यालय प्रबंधन समिति एवं छात्र-छात्राओं के द्वारा आदिवासी रीति रिवाज से नृत्य करते हुए स्वागत किया गया। उद्घाटन के बाद उपस्थित सभी शिक्षा प्रेमियों एवं अभिभावकों की एक सभा आयोजित हुई। सभा में सर्वप्रथम छात्र-छात्राओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत कर सभी अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि के साथ-साथ , पंचायत प्रतिनिधि रामेश्वर पत्रों,संगीता सरदार ,साहित्यकार सुनील कुमार दे क्षेत्र के सभी सेवानिवृत शिक्षकों , समाजसेवियों व जमीन दाताओं , औसेट के वरुण सुब्रमण्यम, सत्यजीत बक्शी ,युवा की वर्णाली चक्रवर्ती, रोटरी क्लब की प्रीति , कोरु फाउंडेशन के दीपक, व गरिमा ,पर्यावरणविद अजीत सिंह ,निश्चय के तरुण कुमार ,पर के मोहम्मद निजाम ,छवि दास ,रुपेश आर्यन, रामचंद्र मार्डी, राजू प्रमाणिक,एथलेटिक्स के डाबो चाकिया , पुष्प लता जी के साथ-साथ करीब सौ की संख्या में क्षेत्र के शिक्षाविदों, समाजसेवियों एवं विद्यालय के शुभचिंतकों को विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
मौके पर टांगराईन गांव के किसान घासीराम मांझी ने विद्यालय चहारदीवारी से सटे दक्षिण छोर में 12 डिसमिल जमीन विद्यालय को दान स्वरूप भेंट किया। घासीराम माझी को मुख्य अतिथि विनय कुमार दुबे के द्वारा सम्मानित किया गया।
सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि विनय कुमार दुबे ने कहा सर्व सुविधायुक्त भवन होने से बच्चों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की साकारात्मक भावना पैदा होगी। उन्होंने औसेट को एवं संयुक्त राज्य अमेरिका के दाता श्रीमती सुधा एवं कृष्ण राज राव को आदिवासी बहुल क्षेत्र में शिक्षा पर काम करने को लेकर बधाई देते हुए कहे हर परिवार में मां सबसे बड़ी शिक्षक होती है उन्हीं के ऊपर छात्र-छात्राओं का भविष्य निर्भर करता है।
विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम के तहत, गणेश वंदना, बाल विवाह पर आधारित नाटक व अंधेर नगरी चौपट राजा का मंचन किया।
औसेट के वरुण सुब्रमण्यम ने ग्रामीण आदिवासी बहुल क्षेत्र में विद्यालय भवन व शौचालय निर्माण के औचित्य पर प्रकाश डाला।
सभा में जहां गांव के शिक्षा प्रेमी उज्जवल कुमार मंडल ने विद्यालय के विशेषता पर प्रकाश डाला वहीं साहित्यकार सुनील कुमार दे ने विद्यालय के कामयाबी पर प्रधानाध्यापक को बधाई देते हुए कहा शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जिससे विद्यार्थियों का चरित्र निर्माण हो, स्वावलंबी हो तथा उनमें राष्ट्र और समाज के प्रति समर्पण की भावना पैदा हो ताकि भारत के विश्व गुरु का पद बरकरार रहे। सेवानिवृत शिक्षक भवतारण मंडल, शंकर चंद्र गोप, आशीष कुमार, जय हरि सिंह मुंडा, आदि ने भी विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार तिवारी एवं विद्यालय प्रबंधन समिति को विद्यालय के सर्वांगीण विकास पर भूरी भूरी प्रशंसा की। सभा की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष मंगला मांझी ने एवं संचालन विद्यालय की छात्रा वीणा कुमारी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाध्यापक अरविंद तिवारी ने किया।