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नई दिल्ली: बांग्लादेश के चटगांव में भड़काऊ सोशल मीडिया पोस्ट के बाद तनाव की खबरों के बीच भारत ने गुरुवार को बांग्लादेश सरकार से अपील की है कि वह हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कठोर कदम उठाए। साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने चटगांव में हिंदू समुदाय के सदस्यों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि यह तनाव सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट का नतीजा है। जायसवाल ने कहा कि भारत बांग्लादेश सरकार से ऐसे चरमपंथी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने और बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील करता है।

क्या है मामला?

सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए चटगांव में 5 नवंबर को हिंसा भड़की थी। सांप्रदायिक तनाव के कारण सुरक्षा बलों ने हिंदुओं के खिलाफ ही एकतरफा कार्रवाई शुरू कर दी थी। सबसे पहले हजारी गली इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैला था। यहां एक कट्टरपंथी इस्लामी ग्रुप सक्रिय है, जिसे जमात-ए-इस्लामी के नाम से जाना जाता है।

इसके सदस्य उस्मान अली ने हिंदू धर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद अली ने इस्कॉन (ISKCON) के खिलाफ भी अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया था। यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद तनाव फैल गया था। हिंदू धर्म से जुड़े लोग अली की दुकान के बाहर इकट्ठा हो गए थे। जब विरोध शुरू हुआ तो दूसरे समुदाय के लोग भी भड़क गए। जिसके बाद दोनों समुदायों के बीच झड़पें शुरू हो गईं। वहीं, सरकार ने सेना और दूसरी एजेंसियों को हिंसा पर काबू पाने का जिम्मा सौंपा था। जिसके बाद हिंदू लोगों के खिलाफ ही सेना ने एकतरफा कार्रवाई शुरू कर दी।

बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हमलों की घटनाएं पिछले कुछ वर्षों में बढ़ी हैं। धार्मिक असहिष्णुता और कट्टरपंथी तत्वों की सक्रियता के चलते हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय असुरक्षित महसूस कर रहा है। हाल ही में कई मंदिरों, घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाते हुए हमले किए गए हैं, जो बांग्लादेश की धार्मिक सहिष्णुता पर गंभीर प्रश्न खड़े करते हैं।

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