भारत ने पहली बार किया ब्रह्मोस का इस्तेमाल, पाकिस्तान को भारी नुकसान

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नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर के तहत शनिवार तड़के भारत की सशस्त्र सेनाओं ने पाकिस्तान के कई प्रमुख सैन्य अड्डों पर सटीक और योजनाबद्ध तरीके से हमले किए। इन हमलों में अत्याधुनिक मिसाइलों और आधुनिक गाइडेड हथियारों का उपयोग किया गया, जिसमें ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, SCALP एयर-लॉन्च क्रूज मिसाइल और HAMMER गाइडेड म्यूनिशन जैसे हथियार शामिल बताए जा रहे हैं। भारतीय सेना के निशाने पर रफ़ीकी, मुरीद, नूर खान, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनियन में पाकिस्तानी एयर बेस थे। भारत के हमलो में इन सभी एयर बेस को काफी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा स्कर्दू, भोलारी, जैकोबाबाद और सरगोधा के हवाई अड् में भी भारी क्षति हुई थी। इसके अलावा भारतीय सेना पसरूर और सियालकोट में रडार साइटों को सटीक हथियारों का उपयोग करके हुआ था।
भारत की ओर से ब्रह्मोस मिसाइल के उपयोग की औपचारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन जानकार सूत्रों का कहना है कि यह इस क्रूज मिसाइल की पहली युद्ध उपयोगिता हो सकती है। यह मिसाइल भारतीय वायुसेना और नौसेना के सबसे खतरनाक हथियारों में से एक मानी जाती है। भारतीय सेना ने केवल सैन्य और तकनीकी ठिकानों को ही निशाना बनाया जैसे कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, रडार स्टेशन, यूएवी बेस और हथियार भंडार स्थल। मुरिद एयरबेस पाकिस्तानी ड्रोन और यूएवी गतिविधियों का मुख्य केंद्र है, वहीं रफीकी बेस में उन्नत फाइटर स्क्वॉड्रन तैनात हैं। चकलाला स्थित नूर खान बेस में पाकिस्तानी वायुसेना की भारी परिवहन क्षमता और ईंधन भरने वाले विमानों की तैनाती है।
3 दिन में 80 हजार करोड़ का नुकसान
ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को आर्थिक तौर पर काफी चोट पहुंचाई है। भले ही ओवरऑल नुकसान का आंकड़ा सामने ना आ पाया हो, लेकिन पाकिस्तान के शेयर बाजार को सबसे बड़ा झटका लगा है। तीन दिनों में ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान के शेयर बाजार को 80 हजार करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचा दिया है।