एजेंसी:’माँ कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ़ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज़्यादा ताक़त नहीं रही अब। ऐसा सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए दशकों से भारतीय प्रशंसकों की दिल पर छाई भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने कुश्ती से संन्यास ले लिया।
उन्होंने क्या कहां देखें
https://x.com/Phogat_Vinesh/status/1821332432701779982?s=08
उन्होंने यह जानकारी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए दी है. विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “मां कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब.
अलविदा कुश्ती 2001-2024. उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी.”
विनेश फोगाट ने सेमीफाइनल मुकाबला अपनी कॉम्पटीटर के खिलाफ 5-0 के अंतर से जीता था और वह ओलंपिक फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान थीं.
‘हारी नहीं, हराया गया…’: बजरंग पूनिया
विनेश के ऐलान के बाद पहलवान बजरंग पूनिया ने प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा, “विनेश आप हारी नहीं हराया गया हैं, हमारे लिए सदैव आप विजेता ही रहेंगी, आप भारत की बेटी के साथ साथ भारत का अभिमान भी हो.”
बता दें कि विनेश फोगाट को ज्यादा वजन होने की वजह से फाइनल मैच से अयोग्य घोषित कर दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने कोर्ट ऑफ एब्रीट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) में अपील की थी. विनेश ने कहा था कि उन्हें इस इवेंट के लिए सिल्वर मेडल दिया जाना चाहिए.
वजन कम करने के लिए बाल कटवाए खून निकलवाया पानी नहीं पिया फिर भी!
ओलंपिक में पहलवान विनेश फोगाट को डिसक्वालिफाई (अयोग्य) घोषित किया गया. 50 किलोग्राम कैटेगरी में उनका वजन करीब 100 ग्राम अधिक पाया गया. विनेश के पास गोल्ड मेडल जीतने का मौका था, लेकिन वजन अधिक होने के कारण फाइनल मुकाबले से कुछ घंटे पहले ही उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया. ऐसे में नियम के कारण वह सेमीफाइनल जीतने के बाद भी मेडल से चूक गईं.
मंगलवार रात को विनेश का वजह 52 किलो था, उन्होंने साइक्लिंग, स्किपिंग आदि करके उसका वजन कम करने की कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हो सकीं. गगन नारंग, दिनशॉ पारदीवाला, उनके पति, फिजियो, मेडिकल स्टाफ, आईओए अधिकारी, भारत में मौजूद लोग ओजीक्यू (ओलंपिक गोल्ड क्वसेट) ने उनका वजन कम करने के लिए रात भर काम किया. जानकारी के मुताबिक- डॉ पारदीवाला ने यहां तक कहा कि हम उनकी जान को खतरे में नहीं डाल सकते हैं. मीडिया रिपोर्टों में यह जानकारी भी सामने आई है कि उन्होंने हर संभव कोशिश की. विनेश दर्द से कराह रही थी, क्योंकि उसका शरीर टूट रहा था, वह आज सुबह आखिरी कोशिश में सॉना में थी. वह विनेश ओलंपिक विलेज पॉलीक्लिनिक में है. वह 50 किलोग्राम रेसलिंग के फाइनल में पहुंची थी. इवेंट के दूसरे दिन 50 किलोग्राम वर्ग में विनेश का वजन 100 ग्राम ज्यादा पाया गया है.
अमेरिकी पहलवान से होना था मुकाबला
भारतीय स्टार पहलवान विनेश फोगाट के फाइनल में पहुंचने के बाद यह माना जा रहा था कि वह गोल्ड मेडल जीत लेंगी. विनेश फोगाट ने मंगलवार को महिला 50 किग्रा फ्रीस्टाइल इवेंट के सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर युसनेइलिस गुजमैन (Yusneylys Guzman) को 5-0 से करारी शिकस्त दी थी. विनेश का फाइनल बुधवार (7 अगस्त) को यूएसए की एन सारा हिल्डेब्रांट से होना था. इससे पहले उन्होंने प्री क्वार्टरफाइनल में 50 किग्रा में ओलंपिक चैम्पियन और चार बार की विश्व चैम्पियन युई सुसाकी को हराया था.
विनेश ने रियो ओलंपिक में किया था डेब्यू
विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता और राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों और एशियाई चैंम्पियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता, विनेश इतिहास की सबसे सफल भारतीय पहलवानों में से एक हैं, लेकिन ओलंपिक खेलों में अयोग्य घोषित होने के बाद उनका सपना टूट गया. प्रसिद्ध फोगाट बहनों में से एक विनेश ने रियो 2016 में महिलाओं की 48 किग्रा फ्रीस्टाइल श्रेणी में ओलंपिक में डेब्यू किया था, लेकिन घुटने में गंभीर चोट लगने के कारण उन्हें क्वार्टर फाइनल मुकाबले से हटना पड़ा था. टोक्यो 2020 में महिलाओं के 53 किग्रा क्वार्टर फाइनल में जीत की प्रबल दावेदार मानी जा रही विनेश को एक बार फिर क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा. पेरिस ओलंपिक में भी उनका वजन ज्यादा निकला, इस कारण वह डिस्क्वालिफाई (अयोग्य) कर दी गईं।