धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) स्टेडियम में सोमवार को भारत की पहली हाइब्रिड पिच का अनावरण किया गया। हाईब्रिड पिच का अनावरण इंडियन प्रीमियर लीग के अध्यक्ष अरुण धूमल, इंग्लैंड के पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर और एसआईएस के अंतरराष्ट्रीय निदेशक पॉल टेलर और एचपीसीए पदाधिकारियों की मौजूदगी में सोमवार को हुआ।
हाईब्रिड पिच क्या है?
हाईब्रिड पिचें, जिन्हें ‘सिलाई की हुई पिचें’ भी कहा जाता है, बढ़िया घास और पौधों की जड़ों से बनी हुई क्रिकेट पिचें हैं। इनमें प्लास्टिक के फ़ाइबर होते हैं, जो आमतौर पर हरे रंग के होते हैं। इन्हें 20 मिमी x 20 मिमी ग्रिड के नियमित पैटर्न में 90 मिमी की गहराई तक सिला जाता है।
प्राकृतिक टर्फ और कृत्रिम फाइबर से बनने वाली हाईब्रिड पिच अधिक टिकाऊ होती है। इससे मैदानकर्मियों पर पिच को तैयार करने में कम दबाव होता है और साथ ही खेलने की परिस्थितियों के स्तर को बरकरार करने में भी अधिक समस्या नहीं होती। पिच में सिर्फ पांच प्रतिशत कृत्रित फाइबर होता है जिससे यह सुनिश्चित होता है कि क्रिकेट के लिए जरूरी प्राकृतिक विशेषताओं को बचाया जा सके।