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ISIS आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश: देशभर में 12 से ज्यादा लोकेशन पर रेड, 8 संदिग्ध गिरफ्तार

On: September 10, 2025 12:25 PM
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नई दिल्ली/रांची: देश की सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकवाद और जासूसी के खिलाफ एक बड़ी संयुक्त कार्रवाई को अंजाम देते हुए दो अलग-अलग नेटवर्कों का भंडाफोड़ किया है। इस ऑपरेशन में एक ओर जहां ISIS से जुड़े आतंकी मॉड्यूल का खुलासा हुआ है, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए काम कर रहे जासूसी गिरोह का भी पर्दाफाश कर दिया गया। इस दोहरी सफलता ने देशविरोधी ताकतों की कमर तोड़ दी है।

ISIS मॉड्यूल का भंडाफोड़

दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने मुंबई से लेकर रांची तक फैले ISIS मॉड्यूल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। इस दौरान 8 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। कार्रवाई की शुरुआत एक मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद हुई। इसके बाद दिल्ली पुलिस, राज्य पुलिस और झारखंड एटीएस की टीमों ने देशभर में 12 से अधिक ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की।

मुख्य आरोपी आफताब को मुंबई से पकड़ा गया।

महत्वपूर्ण संदिग्ध असहर दानिश को रांची से गिरफ्तार किया गया।


रांची के लोअर बाजार थाना क्षेत्र के एक लॉज से गिरफ्तार असहर दानिश मूल रूप से बोकारो का रहने वाला है। वह दिल्ली में दर्ज एक पुराने आतंकी मामले के आधार पर खुफिया इनपुट के बाद पकड़ा गया। इस छापेमारी के दौरान पुलिस को कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी मिले हैं।

रांची पूर्व में भी आतंकी गतिविधियों का गढ़ रह चुका है। इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस इलाके में व्यापक जांच कर रही है ताकि नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की पहचान हो सके। स्थानीय स्तर पर इस खबर से हड़कंप मच गया है और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।

ISI जासूसी नेटवर्क ध्वस्त

इसी बीच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से जुड़े जासूसी रैकेट को ध्वस्त कर दिया। इस ऑपरेशन में नेपाली नागरिक प्रभात कुमार चौरसिया को गिरफ्तार किया गया। प्रभात भारतीय सिम कार्ड खरीदकर उन्हें नेपाल के रास्ते पाकिस्तान भेजता थापाकिस्तान के लाहौर और बहावलपुर में बैठे ISI हैंडलर इन सिम कार्डों का उपयोग व्हाट्सएप कॉल और चैट के जरिए भारतीय सेना की जासूसी में कर रहे थे।


पुलिस जांच में सामने आया कि प्रभात को अमेरिका का वीज़ा दिलाने का लालच देकर इस नेटवर्क में शामिल किया गया था। उसने बिहार और महाराष्ट्र से अपने आधार कार्ड पर सिम खरीदीं और इन्हें पाकिस्तान तक पहुंचाया।

फिलहाल उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।

सुरक्षा एजेंसियों का बड़ा संदेश

एक ही दिन में ISIS मॉड्यूल और ISI जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश होना सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई से न केवल आतंकी गतिविधियों पर अंकुश लगेगा, बल्कि पाकिस्तान समर्थित जासूसी नेटवर्क को भी करारा झटका मिलेगा।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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