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यरूशलेम: इजरायल ने गाजा में अस्थायी संघर्ष विराम के अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। इजरायली मीडिया के अनुसार प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बंधकों के परिवारों से मुलाकात के दौरान यह सूचना दी। व्हाइट हाउस ने भी उसकी पुष्टि की है। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लीविट ने गुरुवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके विशेष मध्य पूर्व दूत स्टीव विटकोफ ने हमास को जो युद्धविराम प्रस्ताव दिया था, उसे इजरायल ने समर्थन दिया है। लेविट ने कहा, “इजरायल ने हमास को भेजे जाने से पहले ही इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर दिए थे। मैं यह भी पुष्टि कर सकता हूँ कि वे चर्चाएँ जारी हैं, और हमें उम्मीद है कि गाजा में युद्ध विराम हो जाएगा ताकि हम सभी बंधकों को उनके घर वापस भेज सकें।”

अमेरिका ने एक 60 दिनों का सीजफायर प्रस्ताव तैयार किया है। इस प्रस्ताव पर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने विचार करने की बात कही है, लेकिन अमेरिकी प्रशासन के अनुसार इजरायल ने इस पर सैद्धांतिक सहमति जताई है। 60 दिन के संघर्ष विराम को लेकर कुछ शर्ते भी लागू किए गए हैं। इसके मुताबिक गाजा में मानवीय सहायता की आपूर्ति किसी भी रोक-टोक के की जाएगी। हमास को 28 इजरायली बंधकों की रिहाई करनी होगी। इसके बदले में इजरायल 125 फिलिस्तीनी बंदियों की रिहाई करेगा। इसके अलावा 180 मृत बंधकों के शव भी सौंपे जाएंगे।

वहीं हमास ने गुरुवार को कहा कि उसके नेतृत्व को मध्यस्थों के माध्यम से विटकॉफ से गाजा में नए युद्धविराम का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है और वे उसका अध्ययन कर रहे हैं। हमास ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, “हमास नेतृत्व को मध्यस्थों से विटकॉफ का नया प्रस्ताव प्राप्त हुआ है और वह जिम्मेदारी से इसका अध्ययन कर रहा है, जिससे हमारे लोगों के हितों की पूर्ति हो, राहत मिले और गाजा पट्टी में स्थायी युद्ध विराम हो सके।”