रांची के बिरसा जैविक उद्यान में बना पुर्वी भारत का सबसे बड़ा “खुला तितली उद्यान”… पूरा होने में लगे 6 साल।

ख़बर को शेयर करें।

रांची :- यहां भगवान बिरसा जैविक उद्यान (बीबीबीपी) में पूर्वी भारत का सबसे बड़ा “खुला तितली उद्यान” (ओपन-एयर बटरफ्लाई पार्क) जल्द ही आम लोगों के लिए खोला जाएगा। चिड़ियाघर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।

रांची शहर से करीब 25 किलोमीटर दूर बिरसा चिड़ियाघर के रूप में लोकप्रिय बीबीबीपी के परिसर में यह उद्यान ‘एक्वैरियम’ के ठीक सामने 19 एकड़ भूमि पर निर्मित किया गया है। अधिकारी ने कहा कि तितली प्रेमियों को मनोरंजन के साथ-साथ शैक्षिक मूल्य प्रदान करने के उद्देश्य से इस उद्यान के पहले चरण का काम दो करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से लगभग पूरा हो चुका है। बिरसा चिड़ियाघर के निदेशक जब्बार सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘उद्यान में कुछ सौंदर्यीकरण और अन्य कार्य अभी जारी हैं। इसे एक-दो महीने में जनता के लिए खोला जाएगा।” उन्होंने कहा कि उद्यान को हरे-भरे क्षेत्र में विकसित किया गया है, जो आगंतुकों को पारिस्थितिकी में तितलियों के महत्व के बारे में जागरूक करने में मदद करेगा।

सिंह ने कहा कि अच्छी संख्या में तितलियों की उपस्थिति आदर्श प्राकृतिक वातावरण का सूचक है। वन्यजीव विशेषज्ञों ने कहा कि रांची, धनबाद और जमशेदपुर जैसे शहरी क्षेत्र वाहनों और उद्योगों की बढ़ती संख्या के कारण प्रदूषित हैं। इसलिए इस बाधा को कम करने के लिए तितली या पारिस्थितिकी उद्यान जैसे विषयगत उद्यान समय की मांग हैं। सिंह ने कहा कि झारखंड में तितलियों की 75 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं और उद्यान में अनुकूल वातावरण तैयार किया जाएगा ताकि तितलियां प्राकृतिक रूप से विकसित हो सकें। चिड़ियाघर प्राधिकरण झारखंड में पाई जाने वाली अधिकांश प्रजातियों जैसे ट्वनी कोस्टर, सार्जेंट, बुश ब्राउन, बैरोनेट, प्लेन टाइगर, लेमन पैंसी, कॉमन सेलर और अन्य को उद्यान में रखने की कोशिश करेगा।

एक अधिकारी ने कहा कि उद्यान के पहले चरण को पूरा करने में करीब छह साल लग गए। तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुबर दास ने 29 जून, 2017 को उद्यान का शिलान्यास किया था। हालांकि, इस परियोजना पर काम की शुरुआत वर्ष 2020 में हुई। उन्होंने कहा कि इसके बाद कोविड-19 महामारी के कारण भी इस परियोजना में देरी हुई। अधिकारी ने कहा कि तितली उद्यान के रखरखाव पर सालाना 25 लाख रुपये का खर्च आएगा। रांची के ओरमांझी क्षेत्र में 104 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले इस जैविक उद्यान में करीब 1,450 जानवर हैं जो स्तनधारियों, सरीसृपों और पक्षियों की 83 प्रजातियों से संबंधित हैं।

Video thumbnail
झारखंड देश का पहला राज्य जो वकीलों को देगा पेंशन
03:28
Video thumbnail
गांव के ही तालाब से व्यक्ति का मिला शव, हत्या या आत्महत्या जांच में जुटी पुलिस
01:33
Video thumbnail
चिनिया में एक ही परिवार के चार लोगों को सांप ने काटा,तीन की मौत, एक की स्थिति गंभीर
04:41
Video thumbnail
मानगो:तीज पूजा कर लौटती सीमा से घर के पास ही 3 लाख के गहनों की ऐसी हुई लूट, सीसीटीवी में कैद
02:24
Video thumbnail
गढ़वा : जिला ओलंपिक संघ ने खेल मंत्री को किया सम्मानित
03:37
Video thumbnail
गढ़वा में अपराधियों की अब खैर नहीं! एक स्कैन पर हाजिर हो जाएगी पुलिस
02:03
Video thumbnail
पेयजल मंत्री के नाकामी के कारण झारखंड में पेयजल का कार्य निचले पायदान पर : सतेंद्रनाथ
04:22
Video thumbnail
गढ़वा के पिछड़ेपन के सबसे बड़े जिम्मेदार पूर्व के जनप्रतिनिधिगण हैं : मंत्री मिथिलेश
04:41
Video thumbnail
गरीब आदिवासी के जमीन पर विशेष समुदाय के लोगों के द्वारा जबरदस्ती बनाई जा रही कब्रिस्तान की बाउण्ड्री
03:50
Video thumbnail
एनटीपीसी में रैयतों के द्वारा बुलाए गए हड़ताल में पुलिस और रैयतों के बीच हुई झड़प
04:16
spot_img
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img

Related Articles

- Advertisement -

Latest Articles