पाकिस्तान: पिछले कई दिनों से पाकिस्तान में भारत के दुश्मन आतंकियों को ढेर करने का सिलसिला जारी है। जिससे आतंकियों में खौफ का माहौल कायम हो गया है। इसी बीच खबर आ रही है कि भारत के सबसे बड़े दुश्मन जैश ए मोहम्मद के चीफ मौलाना मसूद अजहर की एक बम धमाके में सोमवार को मौत हो गई है। हालांकि पाकिस्तान ने अधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की है।
मीडिया में आ रही अपुष्ट रिपोर्ट के मुताबिक बहावलपुर मस्जिद से वापस जाते समय अज्ञात लोगों के बम धमाके में उसकी मौत हो गई है।
बता दें कि मौलाना मसूद अज़हर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद कथित रूप से कंधार अपहरण कांड में शामिल था।जिन्हें इंडियन एयरलाइंस की उड़ान 814 (IC814) के अपहरण के बाद रिहा करने की मांग की गई थी। मसूद अज़हर ने 13 दिसंबर 2001 को संसद पर आतंकी हमले की भी साजिश रची थी।
रिपोर्टों से पता चलता है कि वह इस्लामाबाद में पाकिस्तानी डीप स्टेट की सुरक्षात्मक हिरासत में रहता था। 55 वर्षीय आतंकवादी शायद ही कभी बहावलपुर पाकिस्तान में रेलवे लिंक रोड पर स्थित अपने मदरसे, मरकज़-ए-उस्मान-ओ-अली की यात्रा करता था।
दिल्ली पुलिस द्वारा 2001 के संसद हमले और पंजाब पुलिस द्वारा 2016 के पठानकोट एयरबेस हमले में आरोप-पत्र दाखिल किया गया था।
अज़हर ने भारत पर क्रूर आतंकी हमले करने के लिए जैश-ए-मोहम्मद कैडर का इस्तेमाल किया जिसमें 5 जुलाई, 2005 को अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर पर हमला भी शामिल है।
14 फरवरी, 2019 को सीआरपीएफ जवानों पर पुलवामा हमला।
उसने 3 जनवरी, 2016 को अफगानिस्तान के बाल्क में मजार-ए-शरीफ में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले का भी निर्देश दिया।
वह अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन और तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर का करीबी सहयोगी था।