जन शिकायत समाधान और पुलिस प्रशासन के औचित्य पर सवाल!
जमशेदपुर: बागबेड़ा कालोनी रोड नंबर छह निवासी मनोज कुमार श्रीवास्तव के पुत्र शुभम पर पड़ोसी दिनेश कुमार मिश्रा, श्रीराम सिंह, मंटू मिश्रा और अज्ञात ने ईंट-पत्थर और सब्बल से जानलेवा हमला कर दिया।
मामले की लिखित शिकायत बागबेड़ा थाना में की गई।घायल युवक को पुलिस ने सदर अस्पताल में इलाज के लिए भेजा। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना 15 अप्रैल की शाम की है। इसके बावजूद आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई। बताया जा रहा है कि एक आरोपी ने जमानत ले ली है।
मामला पिछले दिनों बिष्टुपुर स्थित माइकल जॉन ऑडिटोरियम में आयोजित जन शिकायत समाधान शिविर में भी पीड़ितों ने उठाया। सिटी एसपी से भी मिले। उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बावजूद लगभग 20 दिन बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। सीएम हेमंत सोरेन को भी पीड़ित के द्वारा ट्वीट किया गया है।
वहीं करवाई तो नहीं हुई उल्टे दूसरे पक्ष में भी पीड़ित परिवार के कई सदस्यों के खिलाफ काउंटर केस कर दिया है। ऐसे में पुलिस प्रशासन जन शिकायत समाधान शिविर के औचित्य पर सवाल उठना लाजिमी है।
पुलिस को युवक के पिता ने बताया था कि थाना में लिखित रूप से शिकायत भी की गई थी।
पीड़ित पक्ष के मुताबिक घटना उसका घर की चारदीवारी का निर्माण हुआ था जिसे पड़ोसी सब्बल की मदद से गिराने लगे। विरोध करने पर उस पर हमला कर दिया। मोबाइल से वीडियो बनाने लगा तो सभी ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। जानलेवा हमला कर जख्मी कर दिया। उस पर ईंट-सिर फट गया। उसके सिर में पांच टांके लगे। जब वह शिकायत करने थाना गया तो हमला करने वालों ने धमकी दी कि जहां शिकायत करना है करें दो। कुछ नहीं होगा।
खबर यह है कि कार्रवाई के नाम पर केवल निर्माण कार्य जितना हुआ था उतना ही पर छोड़ने और दोनों पक्षों को यथा स्थिति बनाए रखने का निर्देश दिया गया है। झारखंड राज्य आवास बोर्ड में बागबेड़ा थाना को निर्माण कार्य रोकने का पत्र दिया है। जिससे पीड़ित पक्ष डरा और सहमा हुआ है।