गुमला: सिसई प्रखंड कार्यालय में विभिन्न मांगों को लेकर झारखंड आंदोलनकारी एवं 22 पहड़ा के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में लोगों ने प्रखंड कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया गया।
झारखंड आंदोलनकारी के केंद्रीय अध्यक्ष पुष्कर महतो ने कहा कि झारखंड राज्य का गठन भ्रष्टाचार से मुक्ति, अनियमितता से मुक्ति, शोषण, दमन, अन्याय, अत्याचार से मुक्ति व विकास तथा जन कल्याण के लिए हुआ है। सिसई प्रखंड क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं अनियमित कि शिकायत मिलती रही है। इस क्षेत्र के छात्र-छात्राओं के साथ एवं अन्य लोगों के साथ भेदभावपूर्ण रवैया एवं अविवेक पूर्ण कार्य किए जाने के कारण लोग लोग सख्त नाराज हैं। हमारी प्रमुख मांगे हैं कि स्थानीय लोगों को आजीविका के संवैधानिक अधिकारों के अनुरूप रोजी रोजगार एवं नियोजन का पूर्ण अधिकार दिया जाए। बाहरी वोटरों को यहां रोका जाए। किसानों को ऑनलाइन सुधार के नाम से ठगी करना, पैसा वसूलना बंद करें, दाखिल खारिज के नाम रुपया लेना बंद करें। विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र आवासीय प्रमाण पत्र आय प्रमाण पत्र बनाने की दिशा में कोताही ना करें और पैसा लेना बंद करें। सामाजिक सुरक्षा पेंशन तथा विधवा पेंशन विकलांग पेंशन समय पर लोगों को मिले। पेंशन बनवाने के नाम से पैसा वसूलना बंद करें। मजदूरों के निबंधन की गारंटी पंचायत स्तर पर हो एवं उन्हें पूर्ण लाभ मिले। गांव गांव पौष्टिक आहार गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को मिले यह सुनिश्चित हो। ग्रामीण सड़कों का निर्माण कार्य एवं मरम्मत के कार्य सुनिश्चित हो। झारखंड अलग राज्य के आंदोलनकारी को 15 अगस्त 15 नवंबर 26 जनवरी को राजकीय मान सम्मान से सम्मानित करना सुनिश्चित किया जाए। हमारे आंदोलनकारी को राजकीय मान सम्मान अलग पहचान रोजी रोजगार नियोजन के गारंटी एवं समान पेंशन राशि 50 – 50 रुपया दिया जाए। वोकेशनल प्रशिक्षण को प्रोत्साहन करते हुए ग्रामीण छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित कर रोजगार से जोड़े जाएं। महिला समृद्धि योजना का लाभ प्रत्येक महिला को मिले ग्राम स्तर पर सुनिश्चित हो। जनजाति एवं क्षेत्रीय भाषा जानने वाले अधिकारी, शिक्षक, चिकित्सक की बहाली प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर सुनिश्चित किए जाएं। अबुआ आवास में हो रहे व्याप्त भ्रष्टाचार को रोका जाए, प्रत्येक लोगों को इसका लाभ दिया जाए। ग्राम सभा द्वारा चयनित लाभुकों को ही अबुआ आवास देने का प्राथमिकता दिया जाए।
22 पहड़ा के मंगरा उरांव ने कहा कि झारखंड राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर है, इसका दोषी झारखंड सरकार, सांसद और विधायक हैं। सब गूंगे बहरे हो गए हैं। सबकी मिलीभगत से हर सरकारी योजनाओं में लूट मची हुई है इसका कमीसन ऊपर तक जाता है।अब जनता जान चुकी है।अगर समय रहते नहीं सुधरे तो इसका जबाब जनता जनार्दन आने वाले विधान सभा चुनाव में देगी, झारखण्ड आंदोलनकारी एवं 22 पहड़ा जनता की आवाज को बुलंद कर इसका जवाब देना जानती है।
धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से झारखंड आंदोलनकारी केंद्रीय अध्यक्ष पुष्कर महतो, उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह कुशवाहा, जिला अध्यक्ष सुनील कुमार साहू, उपाध्यक्ष मनोज कुमार वर्मा, जिला संरक्षक अजीत विश्वकर्मा,जिला सह सचिव जीतपाहन साहु, कार्यालय प्रभारी जुबेर अंसारी, नंदकिशोर बड़ाईक, जलेश्वर साहू, जोहर एक्का, गजेंद्र साहू, उमेश उरांव, पुनई उरांव, पी सी बड़ाईक, सीमा देवी, बैरागी उरांव, बिरसा उरांव, ललिता उरांव 21पहड़ा, मांगरा उरांव 22पहड़ा, जुबी उरांव, सुजीत टेटे, सरोजनी कच्छप आदि सकड़ों कि संख्या में झारखंड आंदोलनकारी एवं 22पहड़ा के लोग मौजूद रहे।